इजरायल-हमास युद्ध के 6 महीने: हमास को खत्म करने में कितना कामयाब हुआ इजरायल?
क्या है खबर?
7 अक्टूबर को शुरू हुए इजरायल-हमास युद्ध को 6 महीने होने को है। अब तक इस युद्ध में हजारों लोगों की जान जा चुकी है और अब इसके मध्य-पूर्व में भी फैलने का खतरा मंडरा रहा है।
युद्धविराम की कई कोशिशें असफल हो चुकी हैं। युद्ध के बाद इजरायल ने हमास को खत्म करने की कसम खाई थी।
आइए जानते हैं कि इजरायल इस लक्ष्य में कितना कामयाब होता दिखाई दे रहा है।
लड़ाके
हमास के कितने लड़ाके मारे गए?
युद्ध शुरू होने से पहले माना जाता था कि हमास के पास 30,000 सक्रिय लड़ाके हैं। हाल ही में एक बयान में इजरायली सेना ने कहा था कि उसने 13,000 हमास लड़ाकों को खत्म कर दिया है। हालांकि, इन आंकड़ों की स्वतंत्र तौर पर पुष्टि नहीं की जा सकी है।
माना जाता है कि इनमें से ज्यादातर युद्ध शुरू होने के 3 महीने के भीतर ही मारे गए हैं।
नेता
हमास के किन बड़े नेताओं की हुई मौत?
युद्ध में हमास के कई नेता भी मारे गए हैं। इनमें सालेह अल-अरूरी और मारवान इसा जैसे शीर्ष कमांडरों के नाम भी शामिल हैं। हालांकि, हमास के ज्यादातर नेता विदेश में रहते हैं, इसलिए शीर्ष नेतृत्व को बड़ा नुकसान नहीं हुआ है।
इनमें से कई नाम ऐसे हैं, जिनके मारे जाने का दावा इजरायल करता है, लेकिन हमास ने इसकी पुष्टि नहीं की है। कुछ दिन पहले यह्या सिनवार की मौत की भी जानकारी आई थी, लेकिन वे जिंदा हैं।
बंधक
बंधकों की क्या स्थिति है?
हमास ने 7 अक्टूबर को 253 लोगों को बंधक बना लिया था। इनमें से 109 को अस्थायी युद्धविराम के बदले रिहा करवा लिया गया है और 3 को इजरायली सेना ने बचा लिया है।
इसके अलावा 11 बंधकों के शव बरामद किए गए हैं, जिनमें से 3 की मौत इजरायली सेना के हमले में ही हो गई थी। माना जाता है कि अभी भी 130 लोग हमास के कब्जे में हैं।
सुरंग
हमास की कितनी सुरंगे हुईं बर्बाद?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाजा पट्टी के नीचे हमास ने 500 किलोमीटर का सुरंगों का जाल बिछा रखा है। इसका उपयोग हथियारों से लेकर लोगों की आवाजाही तक के लिए किया जाता है।
इजरायल ने इस जाल को खत्म करने की कसम खाई है। BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, 400 से अधिक सुरंग या उनके मुहानों पर इजरायल ने हमला किया है। हालांकि, इसका कोई सटीक आंकड़ा नहीं है कि कितनी सुरंगे बर्बाद हुई हैं।
नुकसान
कितना हुआ नुकसान?
युद्ध के बाद से अब तक गाजा पट्टी में 33,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं और बच्चे हैं।
संयुक्त राष्ट्र (UN) के अनुसार, गाजा में 17 लाख से ज्यादा लोग आंतरिक तौर पर विस्थापित हुए हैं और आधी से ज्यादा इमारतें मलबे में तब्दील हो गई हैं। गाजा पर अब भुखमरी का खतरा मंडरा रहा है। यहां करीब 27 बच्चों की मौत कुपोषण की चलते हो गई है।