ईरान: कुद्स फोर्स मुखिया इस्माइल कानी पर इजरायली एजेंट होने का शक, नजरबंद किया गया- रिपोर्ट
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) के कुद्स फोर्स के मुखिया इस्माइल कानी बीते कई दिनों से सार्वजनिक तौर पर नजर नहीं आए हैं। लेबनान की राजधानी बेरूत में इजरायली सेना के हवाई हमलों के बाद कानी का कोई अता-पता नहीं है। बीच में उनके मारे जाने की भी खबरें आई थीं। हालांकि, अब दावा किया जा रहा है कि ईरान ने इजरायल का एजेंट होने के शक के चलते उन्हें नजरबंद कर दिया है।
कानी पर इजरायली एजेंट होने का शक?
अरब के कुछ मीडिया पोर्टल ने दावा किया है कि कानी जिंदा है और उनसे पूछताछ की जा रही है। ईरान को शक है कि कानी इजरायली एजेंट है और हिज्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह पर किए गए हमले में कानी की भी कुछ भूमिका रही है। दावा किया जा रहा है कि कानी को एक गुप्त जगह पर नजरबंदी में रखकर पूछताछ की जा रही है। नसरल्लाह की हत्या को लेकर ईरान व्यापक जांच कर रहा है।
नजरबंदी में कानी से हो रही पूछताछ- रिपोर्ट
सऊदी अरब के अल-अरबिया वेबसाइट के मुताबिक, कानी को प्रमुख ईरानी नेताओं की हत्या के बाद नजरबंद कर दिया गया है। ब्रिटेन के मिडिल ईस्ट आई वेबसाइट के मुताबिक, कानी जीवित सुरक्षित हैं और ईरानी अधिकारियों द्वारा उनकी जांच की जा रही है। वेबसाइट ने कहा कि संभवत: कानी राजधानी तेहरान में है। हिज्बुल्लाह के एक करीबी सूत्र ने मिडिल ईस्ट आई से कहा, "नसरल्लाह की हत्या में उल्लंघन 100 प्रतिशत ईरानी पक्ष का था।"
रिपोर्ट में दावा- कानी को पूछताछ के दौरान दिल का दौरा पड़ा
लेबनान और इराक के कुछ सूत्रों ने कहा है कि कानी को नजरबंद किया गया है और ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की सीधी निगरानी में उनसे पूछताछ की जा रही है। स्काय न्यूज अरबी ने दावा किया है कि पूछताछ के दौरान कानी को दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि कानी के चीफ ऑफ स्टाफ एहसान शफीकी भी जांच के दायरे में हैं।
कानी पर क्यों हो रहा है शक?
बीते कुछ दिनों में हिज्बुल्लाह के शीर्ष नेतृत्व का इजरायल ने सफाया कर दिया है। बेहद गुप्त स्थानों पर होने वाली बैठकों की जानकारी भी इजरायल को मिल रही है। इसके बाद शक है कि कोई शीर्ष अधिकारी इजरायल को जानकारी दे रहा है। कानी पर शक इसलिए भी है, क्योंकि जिस हमले में नसरल्लाह की जगह लेने वाला हाशिम सफीद्दीन मारा गया, उस बैठक में ऐन वक्त पर कानी शामिल नहीं हुए थे।
कौन हैं कानी?
2020 में अमेरिकी ड्रोन हमले में कासिम सुलेमानी की मौत के बाद कानी को कुद्स फोर्स का मुखिया बनाया गया था। कुद्स फोर्स ईरान की सबसे हाई प्रोफाइल फोर्स है। कानी को खामेनेई का सबसे करीबी माना जाता है। इजरायल पर हमले से लेकर हिजबुल्लाह और हमास को हथियार मुहैया कराने में कानी की अहम भूमिका रहती है। यमन में हूती और लेबनान में हिज्बुल्लाह से लेकर इराक के संगठनों से तालमेल का पूरा जिम्मा कानी पर ही है।