इजरायल राफाह पर हमले की बना रहा योजना, नेतन्याहू ने सेना से तैयारी करने को कहा
क्या है खबर?
7 अक्टूबर से शुरू हुआ इजरायल-हमास युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सेना को सुदूर दक्षिण के शहर राफाह पर हमले की तैयारी करने को कहा है।
साथ ही उन्होंने सेना को राफाह शहर से लोगों को बाहर निकालने की योजना बनाने का भी आदेश दिया है। बता दें कि गाजा पट्टी के बाकी हिस्सों से करीब 14 लाख फिलिस्तीनी राफाह में शरण लिए हुए हैं।
आदेश
क्या है नेतन्याहू का आदेश?
इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने सैन्य और सुरक्षा अधिकारियों से कहा कि वे हमास की आबादी को निकालने और बटालियनों को नष्ट करने के लिए एक संयुक्त योजना कैबिनेट को सौंपें।
बयान में कहा गया है, "हमास को खत्म किए बिना और राफाह में हमास बटालियन को छोड़कर युद्ध के लक्ष्य को हासिल करना असंभव है। यह जरूरी है कि राफाह में सैन्य गतिविधि के लिए नागरिकों को युद्ध क्षेत्रों से निकालना होगा।"
प्रतिक्रिया
नेतन्याहू के फैसले पर EU ने जताई चिंता
यूरोपीय संघ (EU) के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने एक्स पर लिखा, '14 लाख फिलिस्तीनी इस समय राफाह में बिना किसी सुरक्षित जगह के भुखमरी का सामना कर रहे हैं। राफाह पर इजरायली सैन्य हमले की खबरें चिंताजनक हैं। इसके विनाशकारी परिणाम होंगे और पहले से ही गंभीर मानवीय स्थिति और असहनीय नुकसान और भी बदतर हो जाएंगे।'
EU के अलावा संयुक्त राष्ट्र (UN) ने भी इस फैसले पर चिंता व्यक्त की है।
बयान
बाइडन ने कहा था- गाजा में कार्रवाई चरम पर
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि वे युद्ध में संघर्ष विराम के लिए इजराइल और हमास पर लगातार दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा था, "जैसा कि आप जानते हैं, मेरा मानना है कि गाजा पट्टी में हो रही कार्रवाई चरम पर है। हम सऊदी अरब-इजरायल संबंध सामान्य करने, गाजा में राहत सामग्री की पहुंच बढ़ाने और बंधकों की रिहाई के लिए युद्धविराम की कोशिशें कर रहे हैं।"
आंकड़ा
गाजा में मरने वालों का आंकड़ा 28,000 के करीब
इजरायली हमलों में गाजा में मरने वालों का आंकड़ा 27,947 पर पहुंच गया है। बीती रात इजरायली सेना के छापे में राफाह में 28 लोगों की मौत हुई है। गाजा में 66,978 लोग घायल हुए हैं और कम से कम 8,000 लापता हैं।
7 अक्टूबर के हमले में 1,139 इजरायलियों की भी मौत हुई है। अलजजीरा के मुताबिक, गाजा में हर एक घंटे में 6 बच्चों समेत 15 लोगों की मौत हो रही है और 35 घायल हो रहे हैं।
पल्स
न्यूजबाइट्स प्लस
राफाह सीमा मिस्र और गाजा के बीच की सीमा है। गाजा में जाने के लिए ये एकमात्र सीमा है, जो इजरायल की ओर नहीं जाती है।
1 अक्टूबर, 1906 को ओटोमन शासकों और ब्रिटिश सरकार के बीच समझौते से इस सीमा का जन्म हुआ था। हालांकि, बाद में इसे लेकर कई विवाद भी हुए और अलग-अलग समझौते भी हुए।
भले ही ये सीमा गाजा और मिस्र के बीच हो, लेकिन इसकी सुरक्षा का ज्यादातर प्रबंध इजरायल के पास ही है।