अमेरिका राष्ट्रपति बाइडन ने निजी बातचीतों में नेतन्याहू को गालियां दीं, रोकता चाहते हैं युद्ध
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन चाहते हैं कि अब इजरायल गाजा में अपने सैन्य अभियान खत्म कर दे, लेकिन इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू इसमें सबसे बड़ा रोड़ा साबित हो रहे हैं। NBC की रिपोर्ट के अनुसार, बाइडन इस कारण गुस्से में हैं और निजी बातचीतों में कम से कम 3 मौकों पर नेतन्याहू को गाली तक दे चुके हैं। विश्लेषकों का कहना है कि अगर बाइडन युद्ध नहीं रुकवा पाते तो उनकी इन टिप्पणियों और गुस्से का कोई मतलब नहीं है।
बाइडन ने कई बार नेतन्याहू से व्यक्त की अपनी असहमति
रिपोर्ट के अनुसार, हाल के हफ्तों में कई बार बाइडन ने निजी बातचीतों में गाजा पट्टी में सैन्य अभियान को लेकर नेतन्याहू के रवैये के प्रति असहमति व्यक्त की। रिपोर्ट के अनुसार, कम से कम 3 ऐसे मौके आए हैं, जब बातचीत के दौरान बाइडन ने नेतन्याहू के लिए गालियों का इस्तेमाल किया। इसके अलावा उन्होंने बातचीत में नेतन्याहू के प्रति तिरस्कारपूर्ण और अपमानजनक शब्द भी इस्तेमाल किए। उन्होंने जिन लोगों से ये बातें कहीं, उनमें दानकर्ता भी शामिल हैं।
बाइडन ने नेतन्याहू से बात कर सैन्य अभियान शुरू न करने को कहा
व्हाइट हाउस ने कहा कि रविवार को हुई 45 मिनट की बातचीत में बाइडन ने नेतन्याहू से राफा में शरण लेने वाले लगभग 10 लाख लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक विश्वसनीय योजना के बिना सैन्य अभियान शुरू न करने को कहा। NBC की एक रिपोर्ट के अनुसार, बाइ़डन की टिप्णपियों से परिचित लोगों में से एक ने कहा, "उनको (बाइडन) ऐसा लगता है कि अब बस बहुत हो गया और अब इसे (युद्ध को) रुकना चाहिए।"
बाइडन का मत- इजरायल के सैन्य अभियान बढ़ा रहे परेशानी
इजरायल-हमास युद्ध में हमास को खत्म करने के पक्षधर रहे बाइडन का कहना है कि इजरायल ने हमास को खत्म करने के लिए शुरुआत अच्छी की थी, लेकिन अब उसके सैन्य अभियान परेशानियां बढ़ा रहे हैं।
बाइडन की निराशा का कोई मतलब नहीं- विश्लेषक
अल जजीरा की एक रिपोर्ट के अनुसार, बाइडन की इस निराशा का कोई मतलब नहीं है। अरब सेंट वाशिंगटन डीसी में अनुसंधान और विश्लेषण के निदेशक इमाद हार्ब ने कहा, "युद्ध के परिणामों की समझ रखने वाले किसी भी व्यक्ति में इजरायल के युद्ध से निराशा और गुस्सा पैदा होनी चाहिए, लेकिन बाइडन के मामले में अब तक युद्धविराम के लिए आवश्यक दबाव नहीं बनाया गया और न ही फिलिस्तीनी लोगों की जान को लेकर कोई चेतावनी जारी की गई।"
अमेरिका पर इजरायल पर दबाव बनाने के कई तरीके- विश्लेषक
इमाद हार्ब ने अल जजीरा को एक ईमेल में बताया, "अमेरिका चाहे तो इजरायल पर दबाव बना सकता है और उसके पास इसके कई तरीके हैं। यह दुर्भाग्य की बात है कि इसके बावजूद अमेरिका ऐसा कोई कदम नहीं उठा रहा है। इजरायल युद्ध में ड्राइवर के सीट पर बैठा हुआ है।" बता दें कि संयुक्त राष्ट्र (UN) और मानवाधिकार समूहों ने दक्षिणी गाजा के राफा शहर में संभावित इजरायली हमले पर चिंता जताई थी।
इजरायल ने राफा शहर में शुरू किए हमले
CNN की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार रात राफा में कई स्थानों पर इजरायल ने कई बड़े हवाई हमले और गोलाबारी की। गाजा में हमास नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायली हमलों में बच्चों और महिलाओं समेत 94 लोगों की जान चली गई। अबू यूसुफ अल-नज्जर अस्पताल के निदेशक ने कहा कि राफा में चिकित्सा सुविधाएं बड़ी संख्या में मरीजों का इलाज करने में सक्षम नहीं। राफा शहर में इजरायल के नियोजित जमीनी हमले ने अंतरराष्ट्रीय चिंताएं बढ़ा दी हैं।
इजरायल-हमास युद्ध में अब तक मारे गए 28,176 फिलिस्तीनी
7 अक्टूबर से शुरू हुए इजरायल-हमास युद्ध में 28,176 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 67,611 अन्य घायल हुए हैं। इजरायल रक्षा बलों के अनुसार, इजरायल के अब तक 1,400 लोग मारे गए हैं और 6,900 अन्य घायल हुए हैं।