इजरायल ने गाजा की आधी आबादी को दक्षिण जाने को कहा, UN बोला- विनाशकारी परिणाम होंगे
इजरायली सुरक्षा बलों (IDF) ने गाजा की लगभग आधी आबादी को 24 घंटे में जगह खाली कर दक्षिण की ओर जाने को कहा है। उसने कहा कि हमास के आतंकी सुरंगों में छिपे हुए हैं और नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए उसने ये आदेश दिया है। इजरायल ने इसकी सूचना संयुक्त राष्ट्र (UN) को भी दी है। UN ने इस पर आपत्ति जताते हुए इसे विनाशकारी बताया है। आशंका है कि इजरायल जल्द जमीनी हमला कर सकता है।
UN ने क्या कहा?
UN के प्रवक्ता ने बताया कि इजरायल ने उससे कहा है कि गाजा के करीब 11 लाख फिलिस्तीनी शनिवार रात तक दक्षिणी गाजा की तरफ चले जाएं, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में लोगों को स्थानांतरित करना असंभव है और इसके परिणाम विनाशकारी हो सकते हैं। प्रवक्ता ने कहा, "हम ऐसे किसी भी आदेश का पुरजोर विरोध करते हैं, जो पहले से ही त्रासदी झेल रहे लोगों की मुसीबतों को और बढ़ा सकता है।"
UN के जवाब पर भड़का इजरायल
UN के जवाब पर इसमें इजरायल के स्थायी प्रतिनिधि गिलाद एर्दान ने कहा, "UN की प्रतिक्रिया 'अपमानजनक' है। कई वर्षों तक UN ने गाजा पट्टी में हमास को हथियार देने और उसके आतंक को अनदेखा किया। अब हमारा साथ देने की बजाय वो हमास की क्रूरता पर उपदेश दे रहा है।" उन्होंने कहा, "UN के लिए बेहतर होगा कि वह बंदियों की वापसी, हमास की निंदा करने और इजरायल के अपनी रक्षा के अधिकार का समर्थन करने पर जोर दे।"
गाजा में जारी हैं इजरायल के हमले, अस्पताल तोड़ रहे दम
इजरायल ने पूरी रात गाजा पर हवाई हमले किए, जिसमें एक आवासीय इमारत में 45 लोग मारे गए। गाजा में अस्पताल भी अब बिजली न होने और दवाओं की खेप कम होने से दम तोड़ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी अस्पतालों को लेकर चेतावनी जारी की है। खाने-पानी की कमी ने लोगों की मुसीबतों को और बढ़ा दिया है। उनके पास भागने के लिए भी स्थान नहीं बचा है और वो कैद होकर रह गए हैं।
गाजा को मानवीय सहायता देने के लिए आगे आया मिस्र
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सिसी ने मिस्र के साथ क्रॉसिंग के माध्यम से गाजा पट्टी में तत्काल मानवीय सहायता भेजने का आह्वान किया है। विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने सोमवार को गाजा में 73,000 लोगों को रेडी-टू-ईट भोजन वितरित किया था और स्थानीय दुकानों से भोजन खरीदने के लिए यहां और वेस्ट बैंक में 1.64 लाख लोगों को नकदी भी बांटी थी। बता दें, गाजा के लोगों को भोजन और अन्य बुनियादी सेवाएं अंतरराष्ट्रीय सहायता के जरिए ही मिलती हैं।
ईरान की इजरायल को धमकी, नेपाल के 200 नागरिक घर लौटे
ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने इजरायल को धमकी दी है कि वो या तो गाजा पर बमबारी रोके या फिर अन्य मोर्चों पर जंग के लिए तैयार रहे। इस बीच नेपाल भी इजरायल से अपने नागरिकों को निकालने में लगा है। यहां से निकाले गए 200 से अधिक नेपाली नागरिक घर लौट आए हैं। इस जंग में मारे गए 10 नेपाली छात्रों के शवों को वापस लाने का भी काम जारी है।
ऑपरेशन अजय: इजरायल से सुरक्षित लौटे 212 भारतीय
ऑपरेशन अजय के तहत 212 भारतीय नागरिकों को लेकर पहली फ्लाइट शुक्रवार को इजरायल के बेन गुरियन हवाई अड्डे से दिल्ली पहुंची। एयर इंडिया के विमान ने गुरुवार रात 9ः00 बजे इजरायल से उड़ान भरी थी, जो शुक्रवार सुबह 6ः00 बजे दिल्ली पहुंची। इस दौरान केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भारतीयों का स्वागत किया। इजरायल में भारतीय मूल के 18,000 लोग रहते हैं। फिलिस्तीन के वेस्ट बैंक में 14 और गाजा पट्टी में 3-4 भारतीय फंसे हैं।
इजरायल-हमास की जंग में अब तक 4000 से अधिक लोगों की हुई मौत
शनिवार को हमास के इजरायल पर हमले के बाद शुरु हुए युद्ध में 4000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इजरायल की तरफ अब तक 1,300 से अधिक लोगों की मौत हुई है और 3,300 से अधिक लोग घायल हुए हैं। दूसरी तरफ फिलिस्तीन के गाजा में कम से कम 1,537 लोग मारे गए हैं और 6,000 घायल हुए हैं। इसके अलावा इजरायली सीमा के अंदर हमास के 1,500 से अधिक आतंकियों के शव मिले हैं।