इजरायल की एयर स्ट्राइक में हमास के कमांडर अबू मुराद की मौत
इजरायल-हमास युद्ध के बीच एक बड़ी खबर है। इजरायल रक्ष बल (IDF) ने शनिवार को दावा किया है कि गाजा पट्टी में रात भर की गई एयर स्ट्राइक में फिलिस्तीनी आतंकी समूह हमास के एक वरिष्ठ कमांडर की मौत हो गई। इजरायली सेना के अनुसार, हमास के हवाई सेना प्रमुख मुराद अबू मुराद की मौत हो गई और वायुसेना के विमानों ने हमास के मुख्यालय को निशाना बनाया था, जहां से हमास अपनी हवाई हमले की गतिविधियां करता था।
इजरायी सेना ने हमास के मुख्यालय पर की एयर स्ट्राइक
द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट्स के अनुसार, IDF ने बताया कि अबू मुराद ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर किये हवाई हमलों में अहम भूमिका निभाई थी। अबू मुराद ही उन आतंकियों को हैंडलर के तौर पर निर्देश दे रहा था, जिन्होंने हैंग ग्लाइडर्स के जरिये इजरायल में घुसकर बड़े पैमाने पर नरसंहार किया था। इजरायली बलों ने बताया कि देर रात एयर स्ट्राइक में हमास के मुख्यालय समेत अन्य ठिकानों को भी ध्वस्त किया गया है।
इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में शुरू की छापेमारी की कार्रवाई
इजरायल ने गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों को ध्वस्त करने के बाद अब अपनी जमीनी छापेमारी की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। इजरायली सेना ने अपनी तरफ से 24 घंटे का अल्टीमेटम खत्म होने के बाद गाजा पट्टी के साथ ही उत्तरी गाजा इलाके में भी सेना को जमीन पर उतार दिया है। इसके अलावा इजरायली सैनिकों ने शनिवार को छापेमारी की कार्रवाई के दौरान इन इलाकों से 230 लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर किया था हमला
7 अक्टूबर को फिलिस्तीन के आतंकवादी संगठन हमास ने इजरायल पर करीब 5,000 रॉकेट दागे थे। इसके बाद हमास के लड़ाके इजरायल के सीमाई शहरों में घुस गए थे। इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी पर हवाई हमले किए जो अभी तक जारी है। इस युद्ध में अब तक 1,900 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 7,966 घायल हुए हैं। इजरायल में मरने वालों की संख्या 1,300 तक पहुंच गई है और 2,800 लोग घायल हुए हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
हमास एक फिलिस्तीनी आतंकी संगठन और एक राजनीतिक पार्टी है। ये शब्द अरबी के 'हरकत अल मुकावामा अल इस्लामिया' से मिलकर बना है, जिसका मतलब इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन होता है। इसकी स्थापना 1987 में इजरायल के खिलाफ फिलिस्तीन के पहले विद्रोह के दौरान मौलवी शेख अहमद यासीन ने की थी। ये न सिर्फ एक चरमपंथी संगठन है, बल्कि राजनीति में भी सक्रिय है। इसे अमेरिका, इजरायल और ब्रिटेन समेत कई देश आतंकवादी संगठन भी मानते हैं।