इजरायल ने लिया हमास को धरती से मिटाने का संकल्प, युद्ध कैबिनेट गठित
हमास के अचानक हमले के बाद इजरायल ने उसका नामो-निशान मिटाने का संकल्प लिया है। इस संकल्प को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बाद बुधवार को देश के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने दोहराया। इससे पहले नेतन्याहू सरकार ने युद्ध की रणनीतियों को और मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय आपातकालीन सरकार बनाने की घोषणा की। उन्होंने विपक्षी पार्टी के साथ मिलकर ये राष्ट्रीय सरकार बनाई है और पहले भी युद्ध के समय देश में ऐसी सरकारें बनी हैं।
इजरायली बच्चों की हत्या करने वालों को किसी हालत में नहीं छोड़ेंगे- गैलेंट
गैलेंट ने बुधवार शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हम हमास नाम की इस चीज को मिटा देंगे। इसका अस्तित्व नहीं रहेगा। इजरायली बच्चों की हत्या करने वालों को किसी भी हालत में नहीं छोड़ेंगे।" उन्होंने कहा कि ये दुनिया में अब तक का सबसे भयानक आतंकवादी हमला है। इस दौरान उन्होंने हमास के बच्चों को बांधने, उनकी हत्या करने और लोगों को जलाने जैसे बर्बर कृत्यों का हवाला दिया, जो यहूदियों ने 1945 के बाद से नहीं झेले थे।
नेतन्याहू बोले- हमास का एक-एक सदस्य मरेगा
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, "हमास का एक-एक सदस्य मरेगा। हमने शिकारी जानवरों को देखा। हमने उन बर्बर लोगों और क्रूर शत्रु को देखा, जिसका हम सामना कर रहे हैं। ये ISI से भी बदतर हैं। हमने देखा कैसे ये लड़के-लड़कियों को बांध रहे हैं, उनके सिर में गोली मार रहे हैं, पुरुषों और महिलाओं को जिंदा जला रहे हैं। युवतियों के साथ बलात्कार कर उनकी हत्या कर रहे हैं। ये बहुत ही दर्दनाक हैं।"
नेतन्याहू नेशनल यूनिटी पार्टी के साथ मिलकर बनाई राष्ट्रीय सरकार, युद्ध कैबिनेट बनी
युद्ध के समय में नेतन्याहू सरकार ने विपक्ष ने हाथ मिला लिया है। नेतन्याहू और नेशनल यूनिटी पार्टी के प्रमुख बेनी गैंट्ज ने घोषणा की कि नेशनल यूनिटी राष्ट्रीय आपातकालीन सरकार बनाने के लिए नेतन्याहू के साथ है। आपातकालीन सरकार के हिस्से के रूप में गैंट्ज, नेतन्याहू और गैलेंट की युद्ध कैबिनेट होगी। इसके अलावा गैंट्ज की पार्टी के 4 और सदस्य व्यापक सुरक्षा कैबिनेट में शामिल होंगे। गैंट्ज और नेतन्याहू ने कहा ये राजनीति नहीं, देश के लिए है।
इजरायल में 1,200 और गाजा में 1,055 से अधिक लोगों की मौत
हमास के आतंकी हमले में इजरायल में अब तक 1,200 से अधिक लोगों की मौत हुई है और 2,900 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इजरायल ने गाजा को पूरी तरह से घेरकर रात भर उस पर हवाई हमले किए। फिलिस्तीनी अधिकारियों ने कहा कि इजरायल के जवाबी हमलों में गाजा में कम से कम 1,055 लोग मारे गए हैं और 5,184 घायल हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र (UN) के अनुसार, गाजा पट्टी में 1,23,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
इजरायल के हमले से गाजा में बुरा हाल
गाजा में शरणार्थी शिविरों सहित सैकड़ों अपार्टमेंट और घर नष्ट होने से 73,000 से अधिक लोगों ने स्कूलों में शरण ली है, जबकि अस्पतालों के लिए घायलों की संख्या से निपटना मुश्किल हो रहा है। गाजा के अधिकतर लोगों के पास बिजली-पानी नहीं है और 3.40 लाख लोग अब बेघर हो चुके हैं। इजरायली हमलों से बचने के लिए उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा क्योंकि गाजा से मिस्र की तरफ का एकमात्र निकास भी बंद कर दिया गया है।
हमास के हमले में अन्य देशों के नागरिकों की भी मौत
हमास के हमले में अन्य कई देशों के नागरिकों की भी मौत हुई है, अमेरिका और थाईलैंड के। थाईलैंड के प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी कि इजरायल में थाई नागरिकों की मौत की संख्या बढ़कर 21 हो गई है। अमेरिका ने भी इस बात की पुष्टि की है कि उसके 22 नागरिक मारे गए हैं और हमास ने बड़ी संख्या में उसके नागरिकों को बंदी भी बनाया है।
हमास ने शनिवार को किया था इजरायल पर हमला
फिलिस्तीन के गाजा की सत्ता पर काबिज हमास ने शनिवार सुबह इजरायल पर करीब 5,000 रॉकेट दागे थे। ये रॉकेट इजरायल के सीमाई शहरों के रिहायशी इलाकों में गिरे। इसके बाद हमास के लड़ाकों ने इजरायल में नाव और पैराग्लाइडर के जरिए घुसपैठ की और एक पुलिस स्टेशन और सेना के वाहनों पर कब्जा कर लिया। गाजा-इजरायल की सीमा पर लगी मोर्चेबंदी को भी तोड़ दिया गया। हमास ने इजरायल के कई लोगों को बंधक बना लिया है।