ऑपरेशन अजय: इजरायल में फंसे भारतीयों को वापस लाने के अभियान की अहम बातें
इजरायल और हमास के युद्ध के बीच भारत सरकार इजरायल में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने की तैयारी कर रही है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को घोषणा की कि 'ऑपरेशन अजय' के तहत इजरायल से भारतीयों को वापस लाया जाएगा। आज इसके तहत पहली फ्लाइट जल्द ही रवाना होगी। आइए जानते हैं ऑपरेशन अजय में क्या-क्या होगा और भारत सरकार कैसे इजरायल में फंसे भारतीयों को स्वदेश वापस लाएगी।
ऑपरेशन अजय में क्या-क्या होगा?
ऑपरेशन अजय इजरायल में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने का एक अभियान है। इस ऑपरेशन के तहत स्पेशल चार्टर फ्लाइट्स से भारतीय वापस अपने वतन लौटेंगे। आवश्यकता पड़ने पर भारतीय नौसेना के जहाजों को भी तैनात किया जाएगा। विदेश मंत्री ने इसकी जानकारी देते हुए कहा, 'इजरायल से भारत आने के इच्छुक नागरिकों के लिए ऑपरेशन अजय लॉन्च किया जा रहा हैं। हम विदेशों में अपने नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।'
आज से शुरू होंगी विशेष फ्लाइट्स
इजरायल में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए गुरुवार से विशेष फ्लाइट्स शुरू होंगी। तेल अवीव में मौजूदा भारतीय दूतावास ने जानकारी दी कि आज विशेष फ्लाइट से कुछ भारतीयों को देश वापस भेजा जाएगा। इस फ्लाइट के जरिए वापस आने वाले भारतीयों को ईमेल के जरिए सभी जानकारी दे दी गई है। जल्द ही बाकी लोगों को भी अन्य फ्लाइट्स के जरिए भेजा जाएगा। इसके लिए भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किये हैं।
इन हेल्पलाइन नंबरों पर कर सकते हैं संपर्क
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी जंग पर नई दिल्ली लगातार नजर बनाए हुए है। लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। 1800118797 (टोल फ्री), +91-11 23012113, +91-11-23014104, +91-11-23017905 और +919968291988 पर फोन कर नियंत्रण कक्ष से संपर्क किया जा सकता है।
इजरायल में कितने भारतीय फंसे हैं?
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, इजरायल में लगभग 18,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें से ज्यादातर भारतीय बुजुर्गों की देखभाल करने वालों के रूप में काम करते हैं। इसके अलावा वहां लगभग 1,000 छात्र, कई IT पेशेवर और हीरा व्यापारी भी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायल में भारतीय मूल के लगभग 85,000 यहूदी भी रहते हैं। इजरायल में भारतीय आप्रवासन 1950 और 1960 के दशक के बीच शुरू हुआ था। बीते वर्षों में मिजोरम और मणिपुर से यहूदी यहां बस गए।
इजरायल में सभी भारतीय सुरक्षित
मुंबई में इजरायल के महावाणिज्य दूत कोबी शोशानी ने कहा कि उन्हें मौजूदा लड़ाई में किसी भारतीय नागरिक के घायल होने या मारे जाने की कोई जानकारी नहीं है। जब संघर्ष शुरू हुआ था, तब अभिनेत्री नुसरत भरूचा हाइफा अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भाग लेने के लिए इजरायल में थीं और वो सुरक्षित भारत लौट आई हैं। विदेश मंत्रालय और भारतीय मिशन के प्रयासों के तहत मेघालय के 27 नागरिक सुरक्षित रूप से मिस्र की सीमा पार कर चुके हैं।
युद्धग्रस्त इलाकों से अपने नागरिकों को निकालने के लिए भारत चला चुका है ये अभियान
ऑपरेशन कावेरी: 24 अप्रैल- 5 मई 2023 के बीच सूडान में फंसे 3,000 से भारतीय नागरिकों को निकाला गया। ऑपरेशन गंगा: 2022 में यूक्रेन में फंसे 22,000 से अधिक भारतीय छात्रों को निकाला गया। ऑपरेशन संकटमोचन: 2016 में दक्षिण सूडान के गृह युद्ध से 600 भारतीयों को निकाला गया। ऑपरेशन राहत: 2015 में यमन में गृह युद्ध में फंसे 5000 भारतीयों को निकाला गया। ऑपरेशन डेजर्ट स्टॉर्म: 1991 में कुवैत में फंसे 1 लाख 70,000 भारतीयों को निकाला गया
इजरायल और हमास में शनिवार से युद्ध जारी
फिलिस्तीन के आतंकवादी संगठन हमास के शनिवार सुबह इजरायल पर हमला करने के बाद से दोनों में युद्ध जारी है। हमास के लड़ाकों ने इजरायल में नाव और पैराग्लाइडर के जरिए घुसपैठ करके सैकड़ों लोगों की हत्या कर दी थी। इसके अलावा उसने सैकड़ों इजरायलियों को बंधक भी बनाया है। जवाब में इजरायल गाजा पर लगातार बम बरसा रहा है। युद्ध में अब तक 3,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।