कोरोना के आधे मरीजों में दो साल बाद भी नजर आ रहा कोई न कोई लक्षण
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती कराए गए मरीजों में से आधों में दो साल बाद भी महामारी का कोई न कोई लक्षण नजर आ रहा है। द लान्सेट रेस्पिरेटरी मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन से यह जानकारी मिली है। यह अब तक का सबसे लंबा फॉलो-अप अध्ययन है। इसमें चीन के 1,192 मरीजों को शामिल किया गया था, जो 2020 में महामारी की पहली लहर के दौरान संक्रमित हुए थे।
लॉन्ग कोविड के मरीजों को ज्यादा परेशानी
अध्ययन के अनुसार, इन मरीजों की शारीरिक और मानसिक सेहत तो समय के साथ सुधर गई, लेकिन इनकी सेहत और जीवन की गुणवत्ता आम लोगों से कमजोर बनी हुई है। लॉन्ग कोविड का सामना करने वाले लोगों को इससे जुड़ी ज्यादा परेशानियां आ रही हैं। इनमें पहली बार संक्रमित होने के दो साल बाद भी थकान, सांस लेने और नींद आने में परेशानी जैसे लक्षण बने हुए हैं। लॉन्ग कोविड को लेकर पहले भी चिंता जताई गई थी।
55 प्रतिशत लोगों में दो साल बाद भी कम से कम एक लक्षण
कोरोना वायरस से संक्रमित हुए जिन लोगों को इस अध्ययन में शामिल किया गया था, उनमें से 68 प्रतिशत ने बताया कि वायरस की चपेट में आने के छह महीने बाद तक उनमें महामारी का लक्षण बना हुआ था। दो साल बाद ऐसे लोगों की संख्या घटकर 55 प्रतिशत हो गई। यानी आधे से अधिक संक्रमित शुरुआती दौर में संक्रमित होने के बाद अब तक भी पूरी तरह ठीक नहीं हो पाए हैं।
किन मरीजों में कौन सा लक्षण?
संक्रमित होने के दो साल बाद भी जिन मरीजों में लक्षण देखे जा रहे हैं, उनमें से 31 प्रतिशत को मांसपेशियों में कमजोरी और 31 प्रतिशत को नींद आने में परेशानी जैसे समस्याएं झेलनी पड़ रही है। ऐसे मरीजों में जोड़ों का दर्द, घबराहट, चक्कर आना और सिरदर्द जैसे लक्षण भी आम लोगों की तुलना में ज्यादा देखे जा रहे हैं। 12 प्रतिशत मरीज अवसाद और बेचैनी और 23 प्रतिशत असहज महसूस कर रहे हैं।
लॉन्ग कोविड को लेकर पहले से थी आशंका
लॉन्ग कोविड एक ऐसी स्थिति है, जिसमें लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी कई हफ्तों या महीनों तक कोरोना के लक्षण बने रहते हैं। लक्षणों में अत्यधिक थकान, सांस की तकलीफ, सीने में दर्द, याद्दाश्त में कमी, स्वाद और गंध में बदलाव और जोड़ों में दर्द आदि शामिल हैं। महामारी की शुरुआत से यह आशंका जताई जा रही थी कुछ मरीजों को लंबे समय महामारी का असर झेलना पड़ सकता है।
देश-दुनिया में महामारी की क्या स्थिति?
भारत में अब तक कोरोना वायरस के 4.31 करोड़ मामले सामने आ चुके हैं और इनमें से 5.24 लाख मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। वहीं पूरी दुनिया की बात करें तो जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, अभी तक 51.94 करोड़ लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है 62.58 लोगों की मौत हुई है। 8.22 करोड़ संक्रमितों और 9.99 लाख मौतों के साथ अमेरिका महामारी से दुनिया का सर्वाधिक प्रभावित देश बना हुआ है।