निकाय चुनाव से पहले नेपाल के एंट्री प्वाइंट्स बंद, भारत से लोगों की आवाजाही पर असर
स्थानीय निकाय चुनाव से पहले नेपाल सरकार ने भारत और चीन से लगते सभी एंट्री प्वाइंट्स को बंद कर दिया है। यहां 13 मई को स्थानीय निकाय के चुनाव होने हैं और उससे पहले चुनाव आयोग ने सरकार से 10 मई से लेकर 13 मई की आधी रात तक ऐसे सभी प्वाइंट्स को बंद करने की मांग की थी। बता दें, चारों तरफ जमीन से घिरे नेपाल की 1,880 किलोमीटर सीमा भारत और 1,414 किलोमीटर सीमा चीन से लगती है।
भारत से सटे ये एंट्री प्वाइंट्स रहेंगे बंद
नेपाल के गृह मंत्रालय ने कहा कि सीमा से सटे जिलों को यह आदेश लागू करने को कहा गया है। इसके बाद नेपाल के मुख्य जिला अधिकारियों (CDOs) ने भारत और चीन के अपने समकक्षों से बात की इस नियमों को लागू करने में मदद मांगी। जानकारी के अनुसार, चुनाव होने तक सीतापुल, धारचुला, बलुआकोट, जौलजिबी, दाउदा और झुलाघाट एंट्री प्वाइंट बंद रहेंगे। पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी अंशुल चौहान ने बताया कि नेपाल के निवेदन पर यह फैसला लिया गया है।
लोगों की आवाजाही पर रहेगी रोक
चौहान ने बताया, "दारचुला प्रशासन ने हमसे तीन दिन के लिए बॉर्डर प्वाइंट बंद करने का निवेदन किया था। 10 से 13 मई तक किसी भी प्रकार की आवाजाही की अनुमति नहीं होगी।" सीमाओं के साथ-साथ नेपाल के भीतरी इलाकों में भी सरकार ने कड़ाई लागू कर दी है। मतदान वाले दिन आवाजाही के लिए वाहन मालिकों को जिला प्रशासन से विशेष पास लेने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बिना आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा।
नेपाल में घरेलू उड़ानों पर भी रोक
सुरक्षा के लिहाज से मतदान वाले सभी घरेलू उड़ानें बंद रहेंगी। हालांकि, बचाव और राहत के लिए उड़ान भर रहे विमानों पर यह रोक लागू नहीं होगी। गृह मंत्रालय ने जिला प्रशासनों और सुरक्षा एजेंसियों को सख्ती से चुनाव आयोग के निर्देश लागू करने का आदेश दिया है ताकि चुनावों के दौरान किसी प्रकार की परेशानी न हो। अगर किसी को सीमा पार करनी होगी तो इसके लिए पहले से सरकारी मंजूरी लेना जरूरी कर दिया गया है।
नए संविधान के तहत दूसरी बार हो रहे चुनाव
नेपाल में नए संविधान के तहत दूसरी बार स्थानीय निकायों के चुनाव हो रहे हैं। इससे पहले 2017 में इन चुनावों का आयोजन हुआ था। शुक्रवार को होने वाले चुनावों में यहां 753 स्थानीय निकायों के लिए मतदान किया जाएगा। मेयर, डिप्टी मेयर, चेयरपर्सन, डिप्टी चेयरपर्सन, वार्ड चेयरपर्सन और वार्ड मेंबर आदि पदों के लिए कुल 35,221 उम्मीदवार चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं। कई उम्मीदवार प्रचार के लिए भारत के सीमावर्ती इलाकों में भी आ रहे हैं।