कोरोना: स्थिति में सुधार देखते हुए केंद्र ने राज्यों से अतिरिक्त पाबंदियां हटाने को कहा
क्या है खबर?
देश में कोरोना वायरस के कम होते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को पत्र लिखकर अतिरिक्त पाबंदियों को हटाने का सुझाव दिया है।
15 फरवरी को सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को भेजे गए पत्र में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने लिखा है कि 21 जनवरी के बाद से कोरोना के मामलों में गिरावट देखी जा रही है। पिछले सप्ताह दैनिक मामलों की औसत 50,000 के आसपास रही और पॉजिटिविटी रेट भी कम हुई है।
सुझाव
स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त पाबंदियां हटा सकते हैं राज्य- स्वास्थ्य सचिव
भूषण ने लिखा कि देश और दुनिया में महामारी की बदलती स्थिति को देखते हुए सरकार ने दिशानिर्देशों में बदलाव किया है। कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण कई राज्यों ने अपनी सीमाओं और हवाई अड्डों पर अतिरिक्त पाबंदियां लगाई थीं। अब चूंकि देशभर में कोरोना के मामलों में गिरावट देखी जा रही है इसलिए राज्य अपने यहां नए मामले, सक्रिय मामले और पॉजिटिविटी रेट को देखते हुए इन अतिरिक्त प्रतिबंधों को हटा सकते हैं।
जानकारी
स्थिति पर नियमित निगाह रखने की सलाह
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को नए मामलों और संक्रमण के प्रसार पर नियमित तौर पर नजर रखने और 'टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, वैक्सीनेशन और कोविड प्रोटोकॉल का पालन' की रणनीति अपनाने का सुझाव दिया है।
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कई राज्य हटाने लगे हैं पाबंदियां
हालात सुधरते देख कई राज्यों ने प्रतिबंध हटाने शुरू कर दिए हैं। महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, बिहार और कर्नाटक में नाइट कर्फ्यू हटाया जा चुका है और यहां होटल, रेस्त्रां और अन्य गतिविधियों के संचालन में भी छूट दी गई है।
कई राज्यों में शैक्षणिक संस्थान खोल दिए गए हैं और सभी कक्षाओं के बच्चे वापस स्कूलों और कॉलेजों में आने लगे हैं।
हालांकि, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात और ओडिशा में नाइट कर्फ्यू जारी है।
राहत
बड़े शहरों में तीसरी लहर खत्म- CSIR प्रमुख
देश के अधिकतर शहरों में ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण आई तीसरी लहर मंद पड़ चुकी है।
CSIR इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी के निदेशक डॉ अनुराग अग्रवाल ने न्यूज18 से बात करते हुए कहा कि महानगरों में तीसरी लहर समाप्त हो चुकी है और आने वाले महीने में स्थिति शांत बनी रहेगी।
उन्होंने कहा कि अगर वायरस में कोई बड़ा बदलाव नहीं होता तो आने वाले दिनों में मामले बढ़ने का कोई कारण नहीं है।
वैक्सीनेशन
"इस स्थिति में आम लोगों को बूस्टर शॉट की जरूरत कम"
डॉ अग्रवाल ने कहा कि संक्रमण की कम होती आशंका के बीच मौजूदा स्थिति में आम लोगों के लिए बूस्टर शॉट की जरूरत कम हो गई है। अभी संक्रमण और गंभीर बीमारी की आशंका कम है।
साथ ही उन्होंने कहा कि बूस्टर शॉट की हर किसी को जरूरत भी नहीं होती। इसकी जरूरत स्वास्थ्यकर्मियों जैसे अधिक जोखिम का सामना करने वाले लोगों को होती है और उन्हें पहले से ही तीसरी खुराक लगाई जा रही है।
कोरोना वायरस
देश में संक्रमण की क्या स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 30,615 नए मामले सामने आए और 514 मरीजों की मौत हुई। इनमें पुरानी मौतें भी शामिल हैं।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 4,27,23,558 हो गई है। इनमें से 5,09,872 लोगों की मौत हुई है।
सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 3,70,240 हो गई है। सक्रिय मामलों में लगातार 22वें दिन गिरावट आई है।
ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण आई तीसरी लहर के बाद देश में हालात सुधर रहे हैं।