अमेरिका: पहली बार नाइट्रोजन गैस से दिया गया मृत्युदंड, जानें कैसे काम करता है ये तरीका
अमेरिका में पहली बार किसी दोषी को फांसी देने के लिए नाइट्रोजन गैस का इस्तेमाल किया गया है। अलबामा की होल्मन जेल में हत्या के दोषी केनेथ यूजीन स्मिथ को नाइट्रोजन गैस सुंघाई गई, जिससे उसके शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो गई और उसकी मौत हो गई। अमेरिका में 1982 के बाद से घातक इंजेक्शन देकर मौत की सजा का प्रावधान है और यह पहली बार है जब मृत्युदंड के लिए नाइट्रोजन गैस का इस्तेमाल किया गया है।
कौन था स्मिथ?
58 वर्षीय केनेथ यूजीन स्मिथ ने 1988 में एक पादरी की पत्नी की हत्या की थी और मामले में वह 3 दशक से मौत की सजा पर था। इस हत्या के लिए उसे पैसे दिए गए थे। साल 2022 में उसे मृत्युदंड देने के लिए जहरीले रसायन के इंजेक्शन लगाए जाने थे, लेकिन इंजेक्शन देने वालों को नस नहीं मिली। बाद में सजा को टाल दिया गया था। अब अलबामा प्रशासन ने उसे नाइट्रोजन गैस के जरिए मौत दी।
कैसे काम करता है नाइट्रोजन गैस के जरिए मृत्युदंड का तरीका?
इस प्रक्रिया में व्यक्ति को एक मास्क के जरिए केवल नाइट्रोजन में सांस लेने के लिए मजबूर किया जाता है। इससे विभिन्न अंगों को काम करने के लिए ऑक्सीजन नहीं मिलती और व्यक्ति की मौत हो जाती है। स्मिथ की मौत में 22 मिनट लगे और वह कई मिनटों तक सचेत रहा। इस दौरान वह कांपता रहा और छटपटाता रहा। इसके बाद लगभग 5 मिनट तक उसने गहरी सांसें लीं। फिर उसकी सांसें धीमी हुईं और उसकी मौत हो गई।
मौजूद रहे स्मिथ के करीबी, ये थे आखिरी शब्द
स्मिथ की मौत की सजा में उसकी पत्नी और रिश्तेदार शामिल थे। उसने अपने परिवार की ओर इशारा किया कि वह उनसे प्यार करता है। इस दौरान 5 पत्रकारों को गवाह के रूप में पेश करने के लिए शीशे के माध्यम से मृत्युदंड देखने की अनुमति दी गई। CBS न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, स्मिथ के आखिरी शब्द थे, "आज रात अलबामा ने मानवता को एक कदम पीछे हटने पर मजबूर कर दिया।"
नाइट्रोजन से मृत्युदंड की हो रही कड़ी निंदा
चिकित्सा पेशेवरों और मानवाधिकार अधिवक्ताओं का तर्क है कि स्मिथ को ऐसी सजा देने का अलबामा का प्रयास मानव प्रयोग के समान है। जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र (UN) मानवाधिकार कार्यालय की प्रवक्ता रवीना शामदासानी ने पिछले हफ्ते अलबामा प्रशासन से आग्रह किया था कि वह स्मिथ को इस तरीके की मृत्युदंड देने की योजना को छोड़ दे। हालांकि, अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने इस सजा में हस्तक्षेप के स्मिथ के अंतिम अनुरोध को खारिज कर दिया था।
अलबामा प्रशासन ने नाइट्रोजन गैस का तरीका क्यों अपनाया?
अलबामा प्रशासन का तर्क था कि नाइट्रोजन गैस मारने का एक मानवीय और दर्द रहित तरीका है क्योंकि यह मृत्यु से पहले व्यक्ति को बेहोश कर देता है। इसके लिए औद्योगिक दुर्घटनाओं का उदाहरण दिया गया, जहां श्रमिकों की नाइट्रोजन हाइपोक्सिया से मृत्यु हो गई और उन्हें इसका अहसास भी नहीं हुआ। हालांकि, आलोचकों के दावों के अनुरूप वास्तविकता इसके विपरीत रही। स्मिथ न केवल छटपटाते रहे, बल्कि आखिरी समय तक वह बेहोश नहीं हुए।
न्यूजबाइट्स प्लस
अमेरिका में जहरीले रसायन के इंजेक्शन लगाकर दोषियों को मृत्युदंड दिया जाता है, लेकिन इसे व्यावहारिक और नैतिक दोनों तरह से आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। कई बार यह सजा विफल साबित हुई और कैदियों को काफी तकलीफों से गुजरना पड़ा। कई बार नसें न मिलने से सजा रद्द तक हुई है। आवश्यक रसायनों को प्राप्त करने में काफी परेशानी होती है। ब्रिटेन और यूरोपीय संघ 2011 में घातक इंजेक्शन दवाओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा चुके हैं।