टेस्ला जर्मनी प्लांट में 2 सप्ताह बंद रखेगी उत्पादन, हूती विद्रोहियों के हमले बने कारण
लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमले लगातार जारी है और इसका असर भारत समेत पूरी दुनिया पर पड़ रहा है। अब अमेरिका की दिग्गज कंपनी टेस्ला ने कहा है कि वह जर्मनी के बर्लिन के पास स्थित उसके संयंत्र में 29 जनवरी से 11 फरवरी तक अधिकतर उत्पादन बंद कर देगी। दरअसल, लाल सागर में सामान ढोने वाली जहाजों पर हूती विद्रोहियों के हमले जारी हैं, जिस कारण कंपनी के पास जरूरी सामान नहीं पहुंच रहा है।
कई अन्य कंपनियों पर भी पड़ रहा असर
टेस्ला पहली ऐसी कंपनी है, जिसने लाल सागर में जारी संकट के चलते प्रभावित होने की जानकारी दी है। कंपनी ने कहा कि लाल सागर में जारी संघर्ष के कारण यूरोप और एशिया के बीच परिवहन प्रभावित हुआ है, जिससे ग्रुन्हेड में उत्पादन पर असर पड़ रहा है। इससे पहले स्वीडिश कंपनी आइकिया और चीन की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी गीली ने कहा था कि इन हमलों के कारण उनके उत्पादों की डिलीवरी में देरी हो सकती है।
लाल सागर में क्यों हमले कर रहे हूती विद्रोही?
बता दें कि ईरान समर्थित यमन के हूती विद्रोही इजरायल के खिलाफ युद्ध में गाजा का समर्थन कर रहे हैं और वो अब तक कई जहाजों को निशाना बना चुके हैं। इसका जवाब देते हुए अमेरिका ने ब्रिटेन के साथ मिलकर यमन में हूती विद्रोहियों के कई ठिकानों पर हमले किए हैं। अमेरिका की टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों और लड़ाकू विमानों ने यमन की राजधानी सना और अल-हुदायदाह के बंदरगाहों सहित हूतियों के 12 से अधिक ठिकानों पर हमला किया।