अमेरिका: गोलाबारी की घटना से बच्चों को बचाने के लिए शुरू होंगी बुलेट प्रूफ कक्षाएं
क्या है खबर?
अमेरिका में खासतौर पर स्कूल के अंदर गोलीबारी की घटना होना लगातार समस्याओं में से एक है। इस दौरान छात्रों और कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करने के प्रयासों में अलबामा के एक स्कूल ने अनोखा तरीका अपनाया है।
स्कूल में दो कक्षाओं को बुलेट प्रूफ रूम में बदल दिया गया है, जिसे रैपिड डिप्लॉय सेफ रूम सिस्टम के रूप में जाना जाता है।
आइए इस खास रूम के बारे में विस्तार से जानते हैं।
मामला
क्या है पूरा मामला?
अलबामा के कुलमैन में स्थित वेस्ट एलीमेंटरी स्कूल ने लगभग 50 लाख रुपये खर्च करके दो कक्षाओं में एंटी-बैलिस्टिक व्हाइटबोर्ड सेफ रूम बनाया गया है। ये बोर्ड बुलेट प्रूफ फोल्ड-आउट मिनी रूम में बदल सकता है।
सामान्य स्थिति में ये बोर्ड दीवारों से छिपके रहेंगे और व्हाइटबोर्ड के रूप में काम करेंगे। हालांकि, गोलीबारी या खराब मौसम की स्थिति में ये बोर्ड दीवार से खींचकर 10 सेकंड के अंदर बुलेट प्रूफ रूम में बदल सकते हैं।
सेफ रूम
सेना के लिए डिजाइन किया गया था सेफ रूम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन सेफ रूम को केटी सिक्योरिटी सॉल्यूशंस ने सेना के लिए डिजाइन किया था।
हालांकि, पिछले साल जब टेक्सास के उवालदे में रॉब एलीमेंट्री स्कूल में गोलाबारी की घटना हुई थी तो उसमें 19 छात्रों और 2 शिक्षकों की मौत हो गई थी।
इस कारण कंपनी ने छात्रों और अन्य कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए स्कूलों में बुलेट प्रूफ सेफ रूम स्थापित करने पर विचार किया।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखिए बुलेट प्रूफ सेफ रूम का वीडियो
Bullet proof safe room demo for US schools. Wild shit. Can’t even wrap my head around this. pic.twitter.com/tzxR3Y1YH5
— Dean Blundell🇨🇦 (@ItsDeanBlundell) March 14, 2023
बयान
क्या है स्कूल में सेफ रूम बनाने का उद्देश्य?
केटी सिक्योरिटी के संस्थापक और CEO केविन थॉमस ने कहा कि स्कूल में बुलेट प्रूफ रूम गोलाबारी की घटना से बचने के लिए छात्रों और शिक्षकों के लिए एक सुरक्षित जगह के रूप में काम करेगा।
उन्होंने आगे कहा, "स्कूलों में इन बुलेट प्रूफ सेफ रूम को स्थापित करने के पीछे हमारा उद्देश्य हर बच्चे और स्कूल के कर्मचारियों को सुरक्षित रखना है ताकि वह सभी शाम को स्कूल से सही सलामत अपने घर तक पहुंच सकें।"
प्रतिक्रिया
स्कूल में सेफ रूम इंस्टालेशन पर यूजर ने किया विरोध
सोशल मीडिया पर बुलेट प्रूफ रूम का वीडियो शेयर किया गया है, जिसके बाद लोगों ने इस इंस्टालेशन की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी।
एक यूजर ने लिखा, 'हमारे जिले के स्कूल बसों का खर्च नहीं उठा सकता है। लेकिन इस पर लाखों खर्च हो रहे।'
दूसरे यूजर ने लिखा, 'ये ठीक नहीं है। छोटी-छोटी जेल बनाने की बजाय हथियार के लिए कुछ करना चाहिए।'
तीसरे यूजर ने लिखा, 'दुख की बात है, लेकिन युवाओं को सुरक्षित रखने के लिए कुछ भी।'