#NewsBytesExplainer: गाड़ियों में RPM क्या होता है और मैनुअल कारों में यह क्यों जरूरी है?
क्या है खबर?
आपने कहीं न कहीं यह तो जरूर सुना होगा की यह कार इतने RPM पर इतनी पावर या टॉर्क जनरेट करती है या अधिक RPM पर गाड़ी अधिक पावर जनरेट करती है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह RPM होता क्या है?
अगर नहीं तो ऐसे लोगों के लिए आज हम कार गाइड में इंजन RPM की जानकारी लेकर आये हैं।
आइये जानते हैं कि RPM क्या है और इंजन के लिए यह क्यों है जरूरी।
RPM
RPM क्या है?
जब भी हम गाड़ी स्टार्ट करते हैं तो इंजन में मौजूद क्रैंकशाफ्ट घूमने लगती है, जिससे पावर पैदा होती है और आगे टॉर्क भी जनरेट होने लगता है।
यह क्रैंकशाफ्ट एक मिनट में कितनी बार रोटेट करती है इसे ही रेवोलुशन पर मिनट (RPM) कहते है। RPM को एक्सेलरेटर की मदद से बढ़ाया या घटाया जा सकता है।
RPM से ही गाड़ी के टॉर्क और पावर को बढ़ाया जा सकता है।
मापना
कैसे मापा जाता है RPM?
RPM मापने के लिए वाहनों में RPM मीटर लगे होते हैं। इस मीटर में 1,2,3.. जैसे नंबर होते हैं। गाड़ी स्टार्ट करने के बाद अगर RPM की सुई 1 पर है तो इसका मतलब है कि इस समय गाड़ी का RPM 1,000 है।
यानी इस समय इंजन की क्रैंकशाफ्ट एक मिनट में 1,000 बार रोटेट कर रही है। जैसे-जैसे एक्सेलेटर दबाते हैं वैसे-वैसे RPM की सुई ऊपर जाने लगती है।
RPM मीटर रियल टाइम क्रैंकशाफ्ट रोटेशन की जानकारी देता है।
महत्त्व
कारों में RPM का क्या महत्व है?
मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारों में RPM बेहद महत्वपूर्ण है।
इसमें RPM के हिसाब से ही आपको गियर चेंज करना होता है, जिससे गाड़ी की स्पीड बढ़ती है। गियर बदलने के लिए RPM का उपयोग करने से आपके इंजन और गियरबॉक्स को खराबी और ओवरहीटिंग से बचाया जा सकता है।
दूसरी तरफ ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारों के लिए RPM को नोटिस करना उतना महत्वपूर्ण नहीं है क्योंकि इसमें कार अपने-आप RPM के आधार पर गियर बदल लेती है।
परफॉरमेंस
RPM से पड़ता है परफॉर्मेंस पर असर
RPM का असर गाड़ी की परफॉर्मेंस पर पड़ता है। यानी अगर आप टॉप गियर में हैं तो RPM बढ़ाने से आपकी गाड़ी की स्पीड बढ़ने लगती है, वहीं इसे कम करने पर स्पीड भी कम होने लगती है।
दूसरी तरफ RPM का असर माइलेज पर भी पड़ता है। अधिक RPM में क्रैंकशाफ्ट तेजी से घूमती है, जिसमें अधिक पावर की जरूरत होती है और ईंधन की खपत भी बढ़ जाती है।
टॉर्क
टॉर्क और BHP से कैसे जुड़ा है RPM?
BHP किसी भी कार के इंजन या इलेक्ट्रिक मोटर द्वारा उत्पन्न होने वाली पावर को मापने की एक यूनिट है। यह गाड़ी स्टार्ट होने पर पैदा होती है, जिससे इंजन की क्रैंकशाफ्ट चलने लगती है।
क्रैंकशाफ्ट के चलने से गाड़ी को पिकअप और स्पीड के लिए जो पावर मिलती है, उसे टॉर्क कहा जाता है।
इसी क्रैंकशाफ्ट के रोटेशन को RPM बोलते है। इसका मतलब RPM बढ़ाने से पावर बढ़ जाती है और अधिक टॉर्क भी पैदा होता है।
कार
बेहतर माइलेज के लिए कितनी होनी चाहिए RPM रेंज?
हाइवे पर कार ड्राइविंग करते समय सामान्य RPM रेंज आम तौर पर 1500 से 2000 के बीच होनी चाहिए, वहीं शहरों में यह रोटेशन 600 से 1,000 RPM होना चाहिए।
दूसरी तरफ एक डीजल इंजन वाली गाड़ी का RPM शहरों में लगभग 750 के आस-पास होना चाइये, जबकि हाइवे यह RPM 2000 के आस-पास होना चाहिए।
डीजल गाड़ियों का RPM पेट्रोल गाड़ियों से अधिक होता है। इस वजह से इनकी परफॉर्मेंस भी अधिक होती है।
भारत
भारत में गाड़ियों में अधिक RPM क्यों नहीं होता?
भारत में ग्राहकों को माइलेज की चिंता अधिक रहती है और इस वजह से अधिकांश लोग अधिक माइलेज देने वाली गाड़ी खरीदते हैं।
इसके अलावा पावरफुल इंजन वाली गाड़ियों पर अधिक टैक्स लगता है। इस वजह से लोग कम पावरफुल इंजन वाली गाड़ियां खरीदते हैं। इस वजह से भी भारत में कम टॉर्क RPM वाली गाड़ियां अधिक संख्या में उपलब्ध है।
एक वजह यह भी है कि कम RPM वाली गाड़ियों की कीमत भी कम होती है ।