इंडोनेशिया में कोरोना का कहर: दैनिक मामले रिकॉर्ड स्तर पर, ऑक्सीजन संकट गहराया
इंडोनेशिया में इन दिनों कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट कहर ढहा रहा है। बुधवार को यहां 54,157 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई, जो यहां एक दिन में मिले सर्वाधिक मामले हैं। लगभग 27 करोड़ की आबादी वाले इंडोनेशिया ने दैनिक मामलों के लिहाज से भारत को पीछे छोड़ दिया है और यह एशिया में संक्रमण का नया मूलकेंद्र बन गया है। अब यह डर सताने लगा है कि अगर जल्द हालात नहीं सुधरे तो स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा सकती है।
कठोर लॉकडाउन न लगाने की कीमत चुका रहा इंडोनेशिया- विशेषज्ञ
कुछ लोगों का कहना है कि इंडोनेशिया में स्थिति आंकड़ों से बदतर है क्योंकि कई संक्रमित लोग टेस्टिंग से बच रहे हैं। शनिवार को सामने आए एक सर्वे में बताया गया था कि जकार्ता की आधी आबादी संक्रमण की चपेट में आ चुकी है। यहां एक करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं। जानकारों का कहना है कि इंडोनेशिया इन दिनों कठोर लॉकडाउन लागू और पर्याप्त कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग न करने की कीमत चुका रहा है।
अस्पतालों के एक तिहाई बिस्तर खाली बचे
CNN से बात करते हुए यहां के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि सरकार यह अंदाजा नहीं लगा पाई कि नई लहर में वायरस कितनी तेजी से फैल रहा है। अधिकारियों को अब यह चिंता है कि डेल्टा वेरिएंट के प्रसार के साथ बढ़ते मामलों के अस्पताल मरीजों को संभाल नहीं सकेंगे और एक नया स्वास्थ्य संकट पैदा हो जाएगा। स्थानीय समाचार एजेंसी ने बताया है कि देश के अस्पतालों में एक तिहाई बिस्तर ही खाली बचे हैं।
मेडिकल ऑक्सीजन की पड़ रही कमी
संक्रमण की तेज रफ्तार के कारण इंडोनेशिया में मेडिकल ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ गई है और इसके दाम आसमान छूने लगे हैं। कई अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म होने की खबरें भी मिल रही है। हाल ही में जावा के एक अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने से 60 मरीजों की मौत हो गई थी। यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि सभी मृतक कोरोना संक्रमित थे या इनमें दूसरी बीमारियों के मरीज भी शामिल हैं।
वैक्सीनेशन अभियान भी नहीं पकड़ रहा रफ्तार
एक तरफ तेजी से बढ़ते मामले और दूसरी तरफ वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार इंडोनेशिया की मुश्किलें बढ़ा रही है। यहां अभी तक महज 5.5 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन की दोनों खुराकें लगा पाई है। राष्ट्रपति जोको विडोडो ने बुधवार को कहा कि वैक्सीन ही इंडोनेशिया को इस वैश्विक स्वास्थ्य संकट से बाहर निकाल सकती है। बुधवार को कोवैक्स कार्यक्रम के जरिये करीब 35 लाख खुराकें इंडोनेशिया पहुंची थी। विडोडो ने देशभर में इनका समान वितरण सुनिश्चित करने को कहा है।
इंडोनेशिया में अब तक 26 लाख से अधिक लोग संक्रमित
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, इंडोनेशिया इस वक्त महामारी से दुनिया का 15वां सबसे प्रभावित देश बना हुआ है। यहां अभी तक 26.70 लाख लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है और 69,000 से ज्यादा लोगों को इसके कारण जान गंवानी पड़ी है।
भारत में भी बने थे ऐसे ही हालात
अप्रैल-मई के दौरान भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने जमकर तबाही मचाई थी। डेल्टा वेरिएंट के कारण आई इस लहर में संक्रमण और मौतों की संख्या के सारे रिकॉर्ड टूट गए थे। दैनिक मामलों की संख्या चार लाख से पार हो गई थी और पूरे देश में डर का माहौल बन गया था। अस्पतालों में बिस्तरों, ऑक्सीजन और दवाओं की कमी पड़ी गई थी और लोग तड़प-तड़पकर मरने को मजबूर थे।