ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोले- कोरोना के नए स्ट्रेन से मौत का खतरा अधिक
लंदन में मिला कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन तेजी से फैलने के साथ-साथ अधिक घातक भी है और यह ज्यादा लोगों की जान ले सकता है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को कहा है कि नया स्ट्रेन कोरोना के कारण होने वाली मौतों की संख्या को बढ़ा सकता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि देश में इस्तेमाल की जा रही कोरोना की दोनों वैक्सीनें इस नए वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी साबित हो रही हैं।
अधिक घातक होने के सबूत मिले हैं- जॉनसन
जॉनसन ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि कोरोना का नया स्ट्रेन तेजी से फैलता है। साथ ही ऐसे कुछ सबूत मिले हैं कि नया वेरिएंट कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या बढ़ा सकता है। बता दें कि कोरोना का नया स्ट्रेन पहली बार सितंबर में दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड और लंदन में पाया गया था और ये अन्य स्ट्रेनों के मुकाबले 70 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलता है। अभी तक यह 60 से अधिक देशों में फैल चुका है।
इस उदाहरण से समझिये कितना घातक है नया स्ट्रेन
नए वायरस के घातक होने का उदाहरण देते हुए इंग्लैंड के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार पैट्रिक वैलेंस ने कहा कि पुराना कोरोना वायरस इंग्लैंड में 60 साल से अधिक उम्र के 1,000 लोगों में से 10 की जान लेता था, लेकिन नया स्ट्रेन 13-14 लोगों को मौत का शिकार बना सकता है। इसका मतलब है कि इस स्ट्रेन के कारण मृत्यु दर में बढ़ोतरी देखी जा सकती है। इसे देखते हुए लोगों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है।
नए स्ट्रेन के कारण तेजी से बढ़ी संक्रमितों की संख्या
कोरोना के नए स्ट्रेन के कारण इंग्लैंड में संक्रमितों और मृतकों की संख्या में तेजी से इजाफा देखा गया था। संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए यहां कड़ी पांबदियों वाला लॉकडाउन लागू किया गया था। इसके बावजूद यहां संक्रमण तेजी से फैलता गया।
अधिकतर संक्रमितों में पाया जा रहा नया स्ट्रेन
पिछले साल सितंबर में सामने आने के कुछ ही समय बाद यह दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड और लंदन आदि जगहों पर प्रमुख स्ट्रेन बन गया था। यानी यहां संक्रमित पाए जा रहे अधिकतर लोगों में नए स्ट्रेन की पुष्टि हो रही थी। इसके फैलने की रफ्तार का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन का कहना है कि यह दो महीनों में उनके देश में प्रमुख स्ट्रेन बन सकता है।
भारत में 100 से अधिक लोगों में पाया जा चुका है नया स्ट्रेन
गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की पहचान हो चुकी है। अब तक देश में 100 से अधिक लोगों में कोरोना का नया स्ट्रेन पाया जा चुका है। इनमें से अधिकतर लोग ब्रिटेन से लौटने वाले हैं।
इंग्लैंड और दुनिया में संक्रमण की क्या स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, ब्रिटेन में अब तक 35.94 लाख कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 96,166 लोगों की मौत हुई है। अगर पूरी दुनिया की बात करें 9.81 करोड़ लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है और 21.05 लाख लोग इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं सर्वाधिक प्रभावित देश अमेरिका में 2.48 करोड़ लोग इस वायरस की चपेट में आए हैं। इनमें से 4.14 लाख की मौत हो चुकी है।