सालाना 9 कराेड़ वेतन पाने वाले भारतीय मूल के बैंकर ने कैंटीन से चुराया सैंडविच, निलंबित
लंदन में ऑफिस कैंटीन से सैंडविच चुराना एक भारतवंशी बैंकर को उस समय भारी पड़ गया, जब उन्हें इस चोरी के लिए बैंक प्रबंधन ने निलंबित कर दिया। खास बात यह है कि चोरी करने वाले भारतवंशी बैंकर का सालाना वेतन करीब नौ करोड़ रुपये हैं। इसके बाद भी उनके कैंटीन से सैंडविच चुराने तथा बैंक द्वारा निलंबित किए जाने की बात समझ नहीं आ रही है। बैंक की कार्रवाई से लंदन के वित्तीय गलियारे में हड़कंप मचा है।
लंदन में सिटी बैंक के प्रमुख हैं आरोपी भारतवंशी बैंकर
इस बैंकर का नाम पारस शाह (31) हैं और वह लंदन सिटी बैंक के बड़े पद पर थे। उन पर आरोप है कि वह बैंक की कैंटीन से सैंडविच चुराते थे। मामला सामने आने पर पारस शाह को निलंबित कर दिया है। इस कार्रवाई के बाद लोग इसे शाह की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाला बता रहे हैं तो कोई बैंक प्रबंधन के सख्त रवैये को सराह रहा है। लोगों का कहना है कि इससे अन्य कर्मचारियों में संदेश जाएगा।
पारस को महज दो महीने में ही मिल गई थी पदोन्नति
लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार पारस शाह साल 2017 में सिटी बैंक ग्रुप से जुड़े थे। वह सुरक्षा, ट्रेडिंग और जोखिम प्रबंधन के विशेषज्ञ भी हैं। यही कारण है कि सिटी बैंक से जुड़ने के महज दो महीने बाद ही प्रबंधन ने उन्हें पदोन्नति देते हुए यूराेप, मध्य-पूर्व और अफ्रीका के लिए बांड की ट्रेडिंग करने वाले विभाग के प्रमुख बना दिया था। इसके लिए उन्हें सालाना एक मिलियन यानी करीब नौ करोड़ रुपये वेतन दिया जा रहा था।
बाथ यूनिवर्सिटी से हासिल की थी इकाेनाॅमिक्स में ऑनर्स की डिग्री
लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार शाह ने साल 2010 में बाथ यूनिवर्सिटी से इकाेनाॅमिक्स में ऑनर्स की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद वो HSBC के फिक्स्ड इनकम ट्रेडिंग विभाग से विश्लेषक के ताैर पर जुड़ गए थे। उन्होंने गाेल्डमैन सैक्स समूह में भी काम किया। सात सालों तक HSBC में सेवा देने के बाद वह 2017 में सिटी बैंक से जुड़ गए थे, लेकिन उन्हें यह अंदाजा नहीं था कि सैंडविच चोरी के मामले में उन पर ऐसी कार्रवाई होगी।
पहले भी अधिकारियों पर हो चुकी हैं ऐसी कार्रवाई
पारस शाह पर बैंक प्रबंधन की ओर से सैंडविच चोरी के मामले में की गई ऐसी कार्रवाई कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले साल 2016 में जापान में मिज़ूहो बैंक ने एक लंदन निवासी बैंकर को अपने सहयोगी की साइकिल से पांच पाउंड का उपकरण चुराने के मामले में निष्कासित कर दिया था। साल 2014 में ब्लैकराॅक एसेट मैनेजमेंट सर्विसेज ने जाेनाथन बराेज काे ट्रेन में बेटिकट पकड़े जाने पर वरिष्ठ पद से हटा दिया था।