देश में कल से शुरू होगा कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान, जानिए बड़ी बातें
पिछले एक साल से कोरोना वायरस महामारी की मार झेल रहे देश में शनिवार का सूरज एक नई सुबह लेकर आएगा। दरअसल, शनिवार से देश में कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन (टीकाकरण) शुरू होगा। प्रधानमंत्री मोदी शनिवार सुबह 10:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत करेंगे। इसके बाद देशभर में लगभग 3,000 अलग-अलग साइट्स पर 100-100 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की खुराक दी जाएगी। कोरोना के खिलाफ यह दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान होगा।
30 जनवरी को देश में मिला था पहला कोरोना संक्रमित
30 जनवरी को देश में कोरोना वायरस का पहला मरीज मिला था। इसके बाद धीरे-धीरे संक्रमण ने रफ्तार पकड़ी और मार्च आते-आते हालात बिगड़ने लगे। संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए सरकार ने देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान कर दिया। इसके बावजूद संक्रमण काबू में नहीं आया। जून में सरकार ने पाबंदियों में ढील देनी शुरू की और उधर मरीजों की संख्या हर बीतते दिन के साथ रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचती गई। सितंबर तक हालात बेहद खराब हो गए।
सितंबर में पीक पर पहुंचा संक्रमण
सितंबर में कुछ दिनों तक देश में रोजाना 90,000 से अधिक नए मरीज मिल रहे थे। इस समय संक्रमण अपने चरम स्तर पर पहुंच चुका था। इसके बाद लगातार संक्रमितों की संख्या कम होती गई। दूसरी तरफ सितंबर-अक्टूबर तक वैक्सीन को लेकर उत्साह बढ़ाने वाली खबरें आना शुरू हो गई थीं। कई वैक्सीनें इस समय तक अपने ट्रायल के आखिरी चरण में पहुंच चुकी थी। इनके शुरुआती नतीजे संकेत दे रहे थे कि ये कोशिशें कामयाब होने जा रही हैं।
दिसंबर में कंपनियों ने मांगी आपात इस्तेमाल की मंजूरी
दिसंबर आते-आते कई देशों में वैक्सीनों को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई थी। दिसंबर की शुरुआत में फाइजर, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और भारत बायोटेक ने देश में अपनी-अपनी वैक्सीनों के आपात इस्तेमाल की मंजूरी मांगी। लगभग तीन सप्ताह तक इन आवेदनों पर विचार करने के बाद 3 जनवरी को भारत ने SII की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी थी।
सरकार ने 1.65 करोड़ खुराकों की खरीद के लिए किया करार
भारत सरकार ने शुरुआत में कोरोना वैक्सीनों की 1.65 करोड़ खुराकों की खरीद का करार किया है। इसमें 1.1 करोड़ खुराक SII की कोविशील्ड और 55 लाख खुराकें भारत बायोटेक की कोवैक्सिन की खरीदी गई हैं। सरकार को कोविशील्ड की एक खुराक 200 रुपये और कोवैक्सिन' की एक खुराक 206 रुपये की पड़ेगी। हालांकि, कोवैक्सिन की 55 लाख खुराकों में से 16.5 लाख खुराकें सरकार को मुफ्त में मिलेंगी। इनके लिए सरकार को कोई पैसा नहीं देना पड़ा है।
देश के सभी जिलों में हो चुका है ड्राई रन
सरकार ने दोनों कंपनियों को वैक्सीनों को देश के अलग-अलग भागों में पहुंचा दिया है। इससे पहले सरकार ने वैक्सीनेशन की तैयारियों को परखने के लिए 8 जनवरी को देश के सभी जिलों में पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) किया था। इस दौरान सभी जिलों में तीन-तीन साइट्स बनाकर वैक्सीन देने की तैयारियों को परखा गया था। इस दौरान मिली खामियों को तुरंत दूर किया गया ताकि ये वैक्सीनेशन के दौरान चुनौतियां पेश न कर सकें।
शुरुआती दौर में 30 करोड़ लोगों को मिलेगी वैक्सीन
सरकार ने शुरुआती दौर में जुलाई-अगस्त तक कुल 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा है। पहले चरण में लगभग एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की खुराक दी जाएगी। इसके बाद दूसरे चरण में पुलिसकर्मियों, सशस्त्र बलों के जवान, सफाई कर्मचारी समेत दो करोड़ फ्रंटलाइन कर्मियों को वैक्सीन मिलेगी। शुरुआती दौर के तीसरे चरण में 50 साल से अधिक उम्र के लोगों और दूसरी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को वैक्सीन मिलेगी।
वैकल्पिक होगा वैक्सीन लेना
देश में कोरोना वैक्सीन लेना पूरी तरह व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर करेगा और अनिवार्य नहीं होगा। हालांकि, सरकार ने लोगों से वैक्सीन लेने की अपील की है ताकि महामारी पर जल्दी काबू पाया जा सके। वैक्सीन लेने के इच्छुक व्यक्ति को सरकार की तरफ आने वाले दिनों में लॉन्च होने वाले कोविन प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके बाद व्यक्ति को एक SMS भेजा जाएगा, जिसमें उस समय और जगह की जानकारी होगी, जहां उसको वैक्सीन दी जाएगी।
शुरुआत में नहीं होगा वैक्सीन चुनने का विकल्प
शुरुआत में लोगों को वैक्सीन चुनने का विकल्प नहीं मिलेगा। इसके अलावा लोगों को एक ही वैक्सीन की दो खुराक लेनी होंगी। दोनों खुराकों के बीच 28 दिन का अंतराल होगा। दूसरी खुराक लेने के 14 दिन बाद शरीर में एंटीबॉडीज बननी शुरू होंगी।