
#NewsBytesExplainer: फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष पॉवेल को बर्खास्त कर सकते हैं डोनाल्ड ट्रंप? जानें पूरा विवाद
क्या है खबर?
डोनाल्ड ट्रंप जब से अमेरिका के राष्ट्रपति बने हैं, तब से वे विरोधियों के साथ ही अपनी ही सरकार के लोगों से भी भिड़ रहे हैं।
ताजा विवाद में वे उन्होंने अमेरिका के केंद्रीय बैंक यानी फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल पर निशाना साधा है। यहां तक कि ट्रंप ने पॉवेल को पद से हटाने तक की धमकी दे दी है।
आइए जानते हैं दोनों के बीच क्या विवाद है।
बयान
ट्रंप ने पॉवेल को लेकर क्या कहा?
ट्रंप ने पॉवेल की आलोचना करते हुए फिर से ब्याज दरों में कटौती की मांग दोहराई।
उन्होंने लिखा, "पॉवेल को यूरोपीय केंद्रीय बैंक की तरह बहुत पहले ही ब्याज दरें कम कर देनी चाहिए थीं, लेकिन उन्हें निश्चित रूप से अब उन्हें कम करना चाहिए। तेल की कीमतें कम हो गई हैं, किराने का सामान, यहां तक कि अंडे भी सस्ते हो गए हैं। टैरिफ के कारण अमेरिका अमीर हो रहा है। पॉवेल की बर्खास्तगी इतनी जल्दी नहीं हो सकती।"
वजह
पॉवेल पर क्यों भड़के हैं ट्रंप?
ट्रंप और पॉवेल के बीच आर्थिक नीतियों, टैरिफ और फेडरल रिजर्व की भूमिका को लेकर मतभेद है।
ट्रंप चाहते हैं कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरें कम करे, ताकि लोग ज्यादा खर्च करें और अर्थव्यवस्था में तेजी आए।
वहीं, पॉवेल का मानना है कि फेडरल रिजर्व को स्वतंत्र रूप से काम करने देना चाहिए। पॉवेल टैरिफ की वजह से अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे प्रभावों से भी चिंतित हैं। उनका मानना है कि इससे अनुमान से ज्यादा नुकसान हो सकता है।
ब्याज दर
ब्याज दरें क्यों कम नहीं करना चाहते हैं पॉवेल?
पॉवेल का मानना है कि अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ से महंगाई बढ़ेगी और आर्थिक विकास धीमा होगा। उन्होंने उच्च मुद्रास्फीति और कम विकास की आशंका जताई है। यही वजह है कि वे ब्याज दरें कम नहीं करना चाहते।
पॉवेल सतर्क रुख अपनाते हुए ट्रंप की नीतियों का असर स्पष्ट होने देना चाहते हैं।
बता दें कि फेडरल रिजर्व ने नीतिगत ब्याज दरों को दिसंबर से 4.25 से 4.50 प्रतिशत के बीच रखा है।
बर्खास्त
ट्रंप ने पॉवेल को पद से हटाने को लेकर क्या कहा?
वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार , ट्रंप ने मार-ए-लागो रिसॉर्ट में बैठकों के दौरान पॉवेल को हटाने पर विचार किया है। ट्रंप ने पॉवेल की जगह पूर्व फेडरल रिजर्व प्रमुख केविन वार्श को पद देने पर चर्चा की है। वार्श 2006 से 2011 तक फेडरल रिजर्व प्रमुख रह चुके हैं।
हालांकि, वार्श ने ट्रंप से कहा कि उन्हें पॉवेल को बिना किसी हस्तक्षेप के अपना कार्यकाल पूरा करने देना चाहिए।
बता दें कि पॉवेल का कार्यकाल मई, 2026 तक है।
पॉवेल का बयान
टैरिफ पर पॉवेल ने क्या चिंता जताई है?
शिकागो में पॉवेल ने कहा था, "ट्रंप प्रशासन ने जो टैरिफ बढ़ाए हैं, वे उम्मीद से कहीं ज्यादा हैं और इससे बनी अनिश्चितता की स्थिति अर्थव्यवस्था पर स्थायी असर डाल सकती है। सरकार ने बहुत ही नीतिगत बदलाव किया है और इस बारे में क्या किया जाए, इसका हमें कोई अनुभव नहीं है। टैरिफ के चलते महंगाई और रोजगार दोनों पर गंभीर असर पड़ सकता है और अनिश्चितता से गहरा आर्थिक संकट हो सकता है।"
पद
क्या पॉवेल को पद से हटा सकते हैं ट्रंप?
पॉवेल को हटाना इतना आसान नहीं है, क्योंकि फेडरल रिजर्व एक स्वतंत्र निकाय है।
कानून के तहत, फेडरल रिजर्व अध्यक्ष को केवल 'कारण बताकर' ही बर्खास्त कर सकता है। इनमें कदाचार, दुराचार और अकुशलता शामिल है।
1935 के अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार, ट्रंप के पास ऐसा करने का अधिकार सीमित है।
इससे पहले 1970 के दशक में तत्कालीन राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन और फेडरल रिजर्व प्रमुख आर्थर बर्न्स के बीच भी खूब मतभेद सामने आए थे।