
कार सर्विस के नाम पर ठगी से कैसे बचें?
क्या है खबर?
आजकल कई कार सर्विस सेंटर ग्राहक को गुमराह कर फालतू खर्चे करा देते हैं। लोग भरोसे के चलते सर्विसिंग छोड़ देते हैं और बिल में कई ऐसे काम जोड़ दिए जाते हैं, जो जरूरी नहीं होते। कुछ जगहों पर घटिया पुर्जे लगाकर पैसे वसूले जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप सतर्क रहें और बिना समझे किसी सर्विस को हां न कहें। आइए जानते है किन तरीकों से आपको ठगा जा सकता है और कैसे बचा जा सकता है।
#1
जरूरत से ज्यादा काम बताना
कुछ सर्विस सेंटर ऐसे काम भी सुझाते हैं जो उस वक्त जरूरी नहीं होते, जैसे ब्रेक बदलना या कूलेंट चेंज करना। ग्राहक तकनीकी जानकारी के अभाव में उन्हें हां कर देता है। असल में ये काम बाद में भी किए जा सकते हैं या कभी-कभी बिल्कुल भी जरूरत नहीं होती। ऐसे में कार के मैन्युअल को पढ़ना या किसी जानकार से राय लेना बेहतर होता है ताकि फिजूल खर्च से बचा जा सके।
#2
नकली पुर्जों की चोरी
कुछ सेंटर कार में से असली पार्ट्स निकालकर सस्ते या नकली पुर्जे लगा देते हैं और ग्राहक को पता भी नहीं चलता। जैसे कि एयर फिल्टर, इंजन ऑयल या स्पार्क प्लग की जगह लोकल क्वालिटी के हिस्से लगा दिए जाते हैं। इससे गाड़ी की परफॉर्मेंस और सेफ्टी दोनों पर असर पड़ता है। हमेशा बिल की जांच करें और मांगें कि पुराने बदले गए पुर्जे आपको दिखाए जाएं या लौटाए जाएं।
#3
अनदेखे चार्ज जोड़ना
कुछ सर्विस सेंटर बिल में ऐसे चार्ज जोड़ देते हैं, जिनकी जानकारी ग्राहक को नहीं दी जाती, जैसे इंजन वॉश, अडिटिव्स या एसी क्लीनिंग जैसी सेवाएं। ग्राहक सोचता है कि ये स्टैंडर्ड सर्विस का हिस्सा हैं, जबकि ये अलग से शुल्क लेकर जोड़ी जाती हैं। बिल को ध्यान से पढ़ना और पहले से लिखित अनुमान मांगना बहुत जरूरी है। इससे आप ठगी से बच सकते हैं और पैसे की सही उपयोगिता भी जान सकते हैं।