NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / दुनिया की खबरें / ट्रंप के टैरिफ युद्ध से अमेरिकी केंद्रीय बैंक चिंतित, रोजगार और महंगाई नियंत्रण में संकट बताया
    अगली खबर
    ट्रंप के टैरिफ युद्ध से अमेरिकी केंद्रीय बैंक चिंतित, रोजगार और महंगाई नियंत्रण में संकट बताया
    डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ युद्ध से अमेरिकी केंद्रीय बैंक भी चिंतित

    ट्रंप के टैरिफ युद्ध से अमेरिकी केंद्रीय बैंक चिंतित, रोजगार और महंगाई नियंत्रण में संकट बताया

    लेखन गजेंद्र
    Apr 17, 2025
    10:54 am

    क्या है खबर?

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ बढ़ाने से छिड़े व्यापार युद्ध से अमेरिकी केंद्रीय बैंक भी चिंतित है। उसने रोजगार और महंगाई नियंत्रण को लेकर चिंता जताई है।

    अमेरिकी फेडरल रिजर्व, जिसे फेड भी कहते हैं, उसके अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने बुधवार को उच्च मुद्रास्फीति की चेतावनी दी और कहा कि ट्रंप प्रशासन के नीतिगत परिवर्तनों ने फेड को अज्ञात क्षेत्र में डाल दिया है।

    बता दें, फेड को रोजगार बढ़ाने और महंगाई नियंत्रण का जिम्मा सौंपा गया है।

    टैरिफ

    टैरिफ को लेकर पॉवेल ने क्या कहा?

    पॉवेल ने कहा कि ट्रंप प्रशासन की ओर से घोषित टैरिफ वृद्धि का स्तर, अनुमान से कही ज्यादा है और इस मामले में बनी अनिश्चितता लंबे समय तक आर्थिक नुकसान पहुंचा सकती है।

    उन्होंने कहा कि ये बहुत मौलिक नीतिगत परिवर्तन है और इसके बारे में सोचने का कोई आधुनिक अनुभव नहीं।

    पॉवेल ने चेतावनी दी कि ट्रंप के टैरिफ युद्ध से रोजगार और महंगाई नियंत्रण के लक्ष्य को झटका लग सकता है। फिलहाल, अमेरिकी अर्थव्यवस्था अच्छी स्थिति में है।

    महंगाई

    अमेरिका में बढ़ सकती है महंगाई

    पॉवेल ने कहा कि ज्यादा अनिश्चितता के समय में बाजार भी डगमगा जाएगा और मंदी की संभावना बन सकती है।

    उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका में टैरिफ लागू होने के बाद उसका कुछ हिस्सा जनता द्वारा चुकाया जाएगा, जिससे महंगाई बढ़ने की भी संभावना है।

    बता दें, ट्रंप के पारस्परिक टैरिफ लागू करते ही अमेरिकी शेयर बाजार संकट में आ गए थे और खूब गिरे। टैरिफ पर 90 दिन की अस्थायी रोक लगाने के बाद बाजार थोड़ा सुधरा।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    डोनाल्ड ट्रंप
    अमेरिका

    ताज़ा खबरें

    बचत करने का '3 का नियम' क्या है, इसे अपने जीवन में कैसे अपनाएं? पर्सनल फाइनेंस
    विश्व बैंक ने मानक बदला, 10 साल में गरीबी दर 27.1 से 5.3 प्रतिशत हुई विश्व बैंक
    कंगना रनौत पर क्यों भड़क गईं कुनिका सदानंद? बोलीं- जब देखो, तब बकवास करती है कंगना रनौत
    यूरोपीय टी-20 प्रीमियर लीग साल 2026 तक के लिए स्थगित, जानिए क्या रहा कारण इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल

    डोनाल्ड ट्रंप

    ट्रंप टैरिफ धमकी के बीच एशियाई शेयर बाजारों में आज उछाल, कल दर्ज हुई थी गिरावट शेयर बाजार समाचार
    डोनाल्ड ट्रंप का ऐलान- टैरिफ वापस नहीं लेगा अमेरिका, यह देश को अमीर बनाएगा अमेरिका
    एलन मस्क ने की ट्रंप से नए टैरिफ हटाने की अपील, जानें क्या कुछ कहा एलन मस्क
    डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी के बाद अमेरिका ने चीन लगाया 104 प्रतिशत टैरिफ अमेरिका

    अमेरिका

    तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर पाकिस्तान का आया पहला बयान, जानिए क्या कहा तहव्वुर राणा
    मेटा पर अमेरिकी यूजर्स का डाटा चीन से साझा करने का लगा आरोप मेटा
    मुंबई आंतकी हमले के दोषी तहव्वुर राणा को भारत लाया गया, कैसे हैं सुरक्षा के इंतजाम? राष्ट्रीय जांच एजेंसी
    भारत ऑटो टैरिफ में कटौती के बदले अमेरिका से कृषि पर रियायत की कर सकता मांग  भारत सरकार
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025