#NewsBytesExplainer: क्या है पिनाका रॉकेट प्रणाली, जिसके लिए 10,000 करोड़ रुपये के समझौते को मिली मंजूरी?
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने भारतीय सेना के पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर प्रणाली के लिए 10,000 करोड़ रुपये से अधिक का गोला-बारूद खरीदने को मंजूरी दे दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक में यह मंजूरी दी गई है। इसके लिए 31 मार्च से पहले 2 समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।
आइए आज पिनाका प्रणाली के बारे में जानते हैं।
पिनाका प्रणाली
क्या है पिनाका रॉकेट प्रणाली?
पिनाका एक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) है, जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है। पिनाका हथियार प्रणाली के जरिए एक साथ कई जगहों पर रॉकेट दागे जा सकते हैं।
भगवान शिव के धनुष पिनाक के नाम पर इसका नाम रखा गया है।
इसका पहली बार प्रयोग कारगिल युद्ध के दौरान किया गया था। तब इसने पाकिस्तान की सेना के ठिकानों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया था।
खासियत
क्या है खासियत?
पिनाका रॉकेट प्रणाली 44 सेकेंड में 12 रॉकेट लॉन्च कर सकती है। ये 37 किलोमीटर से लेकर 75 किलोमीटर दूर बैठे दुश्मन को बर्बाद करने में सक्षम है। DRDO इसकी रेंज 300 किलोमीटर तक बढ़ाने पर काम कर रहा है।
पिनाका रॉकेट की गति 5757.70 किलोमीटर प्रतिघंटा है। यानी ये एक सेकेंड में 1.61 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है। यह रॉकेट ज्यादा ऊंचाई पर सटीक हमले करने के लिए जाना जाता है।
प्रणाली
पिनाका रॉकेट प्रणाली में क्या-क्या होता है?
पिनाक प्रणाली की एक बैटरी में 6 लॉन्च व्हीकल होते हैं और लोडर सिस्टम, रडार और एक कमांड पोस्ट भी होती है।
15 फुट लंबी इस मिसाइल का वजन लगभग 280 किलोग्राम होता है और यह अपने साथ 100 किलोग्राम तक के हथियार ले जा सकती है।
इस पूरी प्रणाली को एक ट्रक पर से संचालित किया जा सकता है, जो इसके आवागमन और किसी भी क्षेत्र में तैनाती को आसान बनाता है।
वैरिएंट
रॉकेट लॉन्चर के हैं 3 वैरिएंट
पिनाका रॉकेट लॉन्चर के 3 वैरिएंट्स हैं। MK-1 की रेंज 45 किलोमीटर, MK-2 की रेंज 90 किलोमीटर और निर्माणाधीन MK-3 की रेंज 120 किलोमीटर तक है।
इस लॉन्चर की लंबाई 16 फीट 3 इंच से लेकर 23 फीट 7 इंच तक है। इसका व्यास 8.4 इंच है।
पिनाका रॉकेट के ऊपर हाई एक्सप्लोसिव फ्रैगमेंटेशन (HMX), क्लस्टर बम, एंटी-पर्सनल, एंटी-टैंक और बारूदी सुरंग उड़ाने वाले हथियार लगाए जा सकते हैं।
देश
कई देश दिखा चुके हैं खरीदने में दिलचस्पी
आर्मेनिया ने भारत से पिनाका प्रणाली की खरीदी की है। कई और ASEAN, अफ्रीकी और यूरोपीय देशों ने इसे लेने में दिलचस्पी दिखाई है।
पिछले साल जब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान फ्रांस के दौरे पर थे, तब फ्रांस ने भी इस प्रणाली में रुचि दिखाई थी।
पिनाका के अलावा, सेना इस साल 307 स्वदेशी उन्नत टो आर्टिलरी गन सिस्टम्स (ATAGS) के लिए इस वित्त वर्ष में 8,500 करोड़ रुपये का एक और समझौता कर सकती है।