
डोनाल्ड ट्रंप सरकार पर अडाणी के सहयोगी रिश्वतखोरी मामला बंद करने का दबाव बना रहे- रिपोर्ट
क्या है खबर?
भारतीय अरबपति गौतम अडाणी और उनकी कम्पनियों के प्रतिनिधि डोनाल्ड ट्रंप सरकार पर रिश्वतखोरी मामला बंद करने का दबाव बना रहे हैं।
ब्लूमबर्ग न्यूज ने दावा किया है कि प्रतिनिधियों ने ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों से मुलाकात कर समूह के खिलाफ जांच में आपराधिक आरोपों को खारिज करने की मांग की है।
दावा है कि इस साल जनवरी में यह बातचीत शुरू हुई थी, जो काफी बढ़ गई है। इसका जल्द ही समाधान निकल सकता है।
दबाव
ट्रंप प्रशासन ने नहीं दिया कोई जवाब
रिपोर्ट के मुताबिक, अडाणी के प्रतिनिधि राष्ट्रपति ट्रंप के सामने मामले को इस तरह बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि उनका अभियोजन ट्रंप की प्राथमिकताओं के अनुरूप नहीं है और इस पर पुनर्विचार होना चाहिए।
मामले पर अडाणी समूह के प्रतिनिधि, न्याय विभाग और व्हाइट हाउस के प्रवक्ताओं से रिपोर्ट पर जवाब मांगा गया, लेकिन उन्होंने टिप्पणी से इंकार कर दिया।
पिछले महीने अडाणी ग्रीन ने कहा था कि अमेरिकी अभियोग की समीक्षा में कोई अनियमितता नहीं मिली है।
विवाद
क्या है रिश्वतखोरी मामला?
अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (SEC) ने अडाणी समूह पर अमेरिका की बिजली कंपनियों के साथ सौर ऊर्जा अनुबंध के लिए भारतीय अधिकारियों को 2,000 करोड़ रुपये से अधिक रिश्वत देने का आरोप लगाया है।
दावा है कि ये बात अमेरिकी बैंकों और निवेशकों से छिपाई गई। समूह को अनुबंध मिलने से करीब 16,000 करोड़ रुपये लाभ की उम्मीद थी।
अमेरिकी कोर्ट ने अडाणी और उनके भतीजे सागर समेत 8 को आरोपी बनाया है। आरोपों को समूह ने नकारा है।