अडाणी रिश्वतकांड: आरोपों का वित्तीय अधिकारी ने किया बचाव, जानिए क्या कहा
अडाणी समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) ने शनिवार को अमेरिकी न्याय विभाग और सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन द्वारा लगाए रिश्वत देने के आरोपों का बचाव किया है। उन्होंने कहा है कि रिश्वतखोरी का आरोप अडाणी ग्रीन एनर्जी के एक अनुबंध से जुड़ा है, जिसमें उसके कारोबार का लगभग 10% हिस्सा शामिल है और समूह की किसी भी अन्य कंपनी पर गलत काम करने का आरोप नहीं है। इससे पहले भी अडाणी समूह ने आरोपों को 'निराधार' बता चुका है।
आरोपों को लेकर क्या बोले CFO?
समूह के CFO जुगेशिंदर सिंह ने कहा कि अडाणी की 11 सार्वजनिक कंपनियों में से कोई भी अभियोग के अधीन नहीं है या उक्त कानूनी फाइलिंग में किसी भी गलत काम का आरोप नहीं लगाया गया है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा है, "अमेरिकी अभियोग में आरोप अडाणी ग्रीन के एक अनुबंध से संबंधित है, जो अडाणी ग्रीन के कुल कारोबार का लगभग 10 फीसद है।" उन्होंने यह भी बताया कि समूह बाद में अधिक विवरण साझा करेगा।
गौतम अडाणी पर लगाया गया है यह आरोप
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक गौतम अडाणी और 7 अन्य पर अमेरिकी अभियोजकों पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। अमेरिकी अभियोजकों का कहना है कि अडाणी समूह ने अमेरिका की बिजली वितरण कंपनियों के साथ सौर ऊर्जा अनुबंध हासिल करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को कथित तौर पर करीब 2,000 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी। ये रिश्वत 2020 और 2024 के दौरान दी गई और अमेरिकी बैंकों और निवेशकों से छिपाई गई।