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ट्रंप प्रशासन के खिलाफ भारतीय छात्रों ने दायर किया मुकदमा, वीजा रद्द होने को दी चुनौती
3 भारतीय छात्रों ने ट्रंप प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दायर किया है

ट्रंप प्रशासन के खिलाफ भारतीय छात्रों ने दायर किया मुकदमा, वीजा रद्द होने को दी चुनौती

लेखन आबिद खान
Apr 20, 2025
05:49 pm

क्या है खबर?

अमेरिकी प्रशासन अवैध अप्रवासियों के बाद अब विदेशी छात्रों के पीछे पड़ा है। हाल ही में अमेरिका में पढ़ रहे कई विदेशी छात्रों की वीजा रद्द किया गया है। अमेरिकी सरकार के इस फैसले को 3 भारतीय छात्रों ने 2 चीनी छात्रों के साथ मिलकर कोर्ट में चुनौती दी है। इन सभी का भी वीजा रद्द कर दिया गया था। छात्रों ने तर्क दिया कि उन्हें एकतरफा और गैरकानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ा है।

छात्र

मुकदमा दायर करने वाले छात्र कौन हैं?

3 भारतीय छात्रों- मणिकांता पासुला, लिंकिथ बाबू गोरेला और थानुज कुमार गुम्मादावेली और चीन के 2 छात्रों- हंगरुई झांग और हाओयांग एन ने सरकार के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। गोरेला की पढ़ाई अगले महीने पूरी हो जाएगी। वहीं, गुम्मादावेली और पासुला की पढ़ाई का एक सेमेस्टर और बाकी है। तीनों भारतीय छात्र न्यू हैम्पशायर में रिवियर विश्वविद्यालय के छात्र हैं। वहीं, चीनी छात्र मैसाचुसेट्स में वॉर्सेस्टर पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट में स्नातक की पढ़ाई कर रहे हैं।

तर्क

छात्रों ने मुकदमे में क्या कहा है?

मुकदमे में छात्रों ने दावा किया कि वीजा निरस्तीकरण ने उन्हें हिरासत और निर्वासन के कगार पर ला खड़ा किया है और उन्हें 'गंभीर वित्तीय और शैक्षणिक कठिनाई' का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वे पढ़ाई के बाद वैकल्पिक व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम (OPT) के लिए असमर्थ हैं और उनकी डिग्री भी छीन ली गई है। छात्रों ने तर्क दिया कि F-1 वीजा की गैरकानूनी समाप्ति ने उन्हें वैध छात्र स्थिति से बाहर कर दिया है।

वीजा रद्द

भारतीय छात्रों का वीजा रद्द क्यों किया गया?

पासुला को बिना वैध अमेरिकी लाइसेंस के गाड़ी चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जबकि उसके पास भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस था। कानूनन, न्यू हैम्पशायर में 60 दिन तक अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट का इस्तेमाल किया जा सकता है। थानुज और गोरेला पर भी वैध अमेरिकी ड्राइविंग लाइसेंस न रखने के कारण यातायात उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। दोनों के पास अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट था, लेकिन वे 60 दिन की अवधि के बाद भी इसका इस्तेमाल कर रहे थे।

चीन

चीनी छात्रों पर क्या आरोप हैं?

चीनी छात्र झांग का कहना है कि उसे गलतफहमी में गलती से एक दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार किया गया था। बाद में स्थानीय कोर्ट ने इस आरोप को खारिज भी कर दिया था, इसके बावजूद झांग का वीजा रद्द कर दिया गया। वहीं, दूसरे छात्र हाओयांग एन पर मैसाचुसेट्स में बिना बीमे के गाड़ी चलाने का आरोप है। हालांकि, कथित तौर पर इस अपराध के लिए उस पर दुष्कर्म का आरोप लगाया गया।

भारतीय छात्र

कुल वीजा रद्द होने वाले छात्रों में 50 प्रतिशत भारतीय

अमेरिकन इमिग्रेशन लॉयर्स एसोसिएशन (AILA) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में जिन छात्रों के वीजा रद्द किए गए हैं, उनमें 50 प्रतिशत भारतीय छात्र हैं। इसके बाद चीन का नंबर आता है, जिसके 14 प्रतिशत छात्रों के वीजा रद्द किए गए हैं। इनसाइड हायर एड के मुताबि, 17 अप्रैल तक 1,489 छात्रों का वीजा रद्द किया गया था। कई मामलों में ट्रैफिक नियम तोड़ने जैसी मामूली वजहों के चलते भी वीजा रद्द किया गया है।