
अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर चर्चा के लिए अगले हफ्ते वॉशिंगटन जाएगा भारतीय प्रतिनिधिमंडल
क्या है खबर?
टैरिफ से जुड़ी चिंताओं के बीच भारत अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर जल्द से जल्द सहमति बनाना चाहता है।
इसके लिए अगले हफ्ते एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल वाशिंगटन डीसी जाएगा, ताकि अंतरिम समझौते को आगे बढ़ाया जा सके।
भारतीय दल 23 अप्रैल से 3 दिन की अमेरिका यात्रा पर रहेगा।
वहीं, केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी व्यापार समझौते पर चर्चा के लिए अगले महीने ब्रिटेन का दौरा करेंगे।
रिपोर्ट
क्या है दौरे का उद्देश्य?
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, यात्रा का उद्देश्य टैरिफ, गैर-टैरिफ बाधाओं और सेवाओं सहित कई मुद्दों पर अंतरिम समझौते को अंतिम रूप देना है।
एक अधिकारी ने कहा, "संदर्भ की शर्तों को अंतिम रूप दे दिया गया है और 90 दिनों की विराम अवधि के भीतर व्यापार सौदे के करीब पहुंचने के उद्देश्य से इसे और विकसित किया जाएगा। टैरिफ, गैर-टैरिफ बाधाओं, उत्पत्ति के नियम और सीमा शुल्क जैसे क्षेत्रों को कवर करते हुए 19 अध्यायों पर बातचीत चल रही है।"
चर्चा
किन मुद्दों पर होगी चर्चा?
एक अधिकारी ने कहा, "समय और प्राथमिकताओं के आधार पर सौदे किए जा रहे हैं। वार्ता के तौर-तरीके और समय-सारिणी को उसी अनुसार तय किया जाएगा। हम कृषि में अमेरिकी अपेक्षाओं और वर्तमान चर्चा में चल रही गैर-टैरिफ बाधाओं का आकलन कर रहे हैं।"
हाल ही में अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने कहा था कि भारत को अपने कृषि क्षेत्र को अमेरिकी उत्पादों के लिए खोलना चाहिए। उम्मीद है कि इस दौरान कृषि क्षेत्र को लेकर भी चर्चा होगी।
वार्ता
अब तक कहां पहुंची वार्ता?
भारत और अमेरिका वार्ता के पहले चरण में वस्तुओं और डिजिटल व्यापार के लिए बाजार पहुंच पर चर्चा करेंगे। इस दौरान अमेरिका की मुख्य मांगों जैसे ऑटोमोबाइल, व्हिस्की और कृषि क्षेत्रों पर ध्यान दिया जाएगा।
दूसरे चरण में श्रम, पर्यावरण और सरकारी खरीद पर चर्चा होने की उम्मीद है।
समझौते को लेकर गोयल ने अमेरिका दौरा किया था। इसके बाद दक्षिण और मध्य एशिया के लिए अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच के नेतृत्व में एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भारत आया था।
ब्रिटेन
ब्रिटेन के साथ FTA को लेकर बातचीत अंतिम चरण में
भारत और ब्रिटेन के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के लिए बातचीत अंतिम चरण की ओर बढ़ रही है और दोनों पक्ष शेष मुद्दों को सुलझाने के लिए काम कर रहे हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनके ब्रिटिश समकक्ष चांसलर रेचल रीव्स के बीच 13वीं मंत्रिस्तरीय भारत-ब्रिटेन आर्थिक और वित्तीय वार्ता 9 अप्रैल को हुई थी।
अब मंत्री गोयल के ब्रिटेन दौरे के दौरान चर्चा और आगे बढ़ने की उम्मीद है।