पहले ही दिन ट्रंप के "मुस्लिम ट्रैवल बैन" को खत्म करेंगे बाइडन, WHO में करेंगे वापसी
क्या है खबर?
अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन आज राष्ट्रपति की कुर्सी संभालते ही 17 अहम कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे, जिनका मुख्य लक्ष्य निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अपनाई गई नीतियों को खत्म करना और देश के लिए एक नई राह बनाना होगा।
बाइडन जिन मुद्दों पर कार्यकारी आदेश जारी करेंगे, उनमें कई मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों के अमेरिका आने पर ट्रंप के बहुचर्चित प्रतिबंध को पलटने वाला आदेश भी शामिल होगा।
पृष्ठभूमि
ट्रंप ने जनवरी, 2017 में लगाया था प्रतिबंध
जनवरी, 2017 में अमेरिका की सत्ता संभालने के एक हफ्ते बाद ही ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश जारी कर कई मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों के अमेरिका आने पर रोक लगा दी थी।
इसके बाद ट्रंप ने ऐसे कई आदेश जारी किए गए और इन्हें कोर्ट में भी चुनौती दी गई। कोर्ट ने ट्रंप के दो आदेशों को तो निरस्त कर दिया, लेकिन जून, 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने तीसरे आदेश को वैध करार दे दिया।
प्रतिबंध
इन मुस्लिम बहुल देशों के नागरिक नहीं आ सकते अमेरिका
सुप्रीम कोर्ट द्वारा वैध करार दिया गया ट्रंप का अंतिम आदेश जिन मुस्लिम बहुल देशों पर लागू होता है, उनमें ईरान, यमन, सीरिया, सोमालिया, नाइजीरिया, लीबिया, म्यांमार, सूडान और चैड शामिल हैं।
ट्रंप के आदेश के बाद इन देशों के नागरिक अमेरिका नहीं आ सकते थे और आधिकारिक तौर पर इस आदेश से लगभग 88,000 लोग प्रभावित हुए थे।
चुनाव प्रचार के दौरान बाइडन ने इस आदेश को गलत बताया था और अब इसे वापस ले लिया जाएगा।
अन्य मुद्दे
इन मुद्दों पर भी कार्यकारी आदेश जारी करेंगे बाइडन
बाइडन के सहयोगियों के अनुसार, वह पहले दिन अमेरिका-मैक्सिको के बॉर्डर पर बन रही दीवार के निर्माण कार्य को बंद कराने का आदेश भी जारी करेंगे। ट्रंप ने अवैध इमिग्रेशन को रोकने के लिए ये दीवार बनाने का आदेश दिया था और ये उनके प्रमुख चुनावी मुद्दों में से एक था।
इसके अलावा बाइडन ट्रंप के फैसलों को पलटते हुए पेरिस जलवायु समझौते और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) में अमेरिका की वापसी के कार्यकारी आदेश पर भी हस्ताक्षर करेंगे।
योजना
इमिग्रेशन नीतियों में सुधार के लिए बिल ला सकते हैं बाइडन
बाइडन इमिग्रेशन की नीतियों में सुधार करने और देश में बिना दस्तावेजों के रह रहे लाखों लोगों की नागरिकता का रास्ता साफ करने के लिए एक बिल लाने की योजना भी बना रहे हैं।
इसके अलावा उनकी ईरान परमाणु समझौते को फिर से जिंदा करने की योजना भी है और इस संबंध में सभी पक्षों से चर्चा की जाएगी।
बाइडन के सहयोगियों का कहना है कि वह देश को आगे की दिशा में लाने के लिए कार्य करेंगे।
नतीजे
राष्ट्रपति चुनाव में बाइडन को मिले थे रिकॉर्ड वोट
बता दें कि बाइडन नंवबर, 2020 में हुए चुनावों में ट्रंप को हराकर राष्ट्रपति बने हैं। इस चुनाव में उन्होंने 306 इलेक्टोरल वोट हासिल किए, वहीं ट्रंप को 232 इलेक्टोरल वोट से संतोष करना पड़ा।
चुनाव में बाइडन को 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिले और वह अमेरिकी इतिहास में सबसे अधिक वोट पाने वाले राष्ट्रपति उम्मीदवार हैं।
हालांकि ट्रंप लगातार उन पर चुनाव में धांंधली का बेबुनियाद आरोप लगाते रहे और उनके समर्थकों ने संसद पर हमला भी किया।