दुनिया को अलविदा कहने वाले महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न के नाम हैं ये बड़े रिकॉर्ड्स
दुनिया के सबसे महान लेग स्पिनर्स में से एक शेन वॉर्न का 52 साल की उम्र में निधन हो गया है। गेंद को बेहतरीन तरीके से टर्न कराने वाले वॉर्न को 2000 में 20वीं सदी के पांच सबसे महान क्रिकेटर्स में से एक बताया गया था। उन्होंने अपने करियर के दौरान कई ऐसी गेंद फेंकी है जिसे लोग शायद ही कभी भुला सकेंगे। एक नजर डालते हैं वॉर्न द्वारा बनाए गए अदभुत रिकॉर्ड्स पर।
वॉर्न के अदभुत करियर पर एक नजर
1992 में वॉर्न ने भारत के खिलाफ सिडनी टेस्ट के दौरान अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था और 150 रन खर्च करके केवल एक विकेट ले सके थे। 16 साल से अधिक चले करियर के दौरान वॉर्न ने 339 इंटरनेशनल मैचों में 25.51 की औसत के साथ 1,001 विकेट लिए हैं। अपने करियर में उन्होंने 38 बार पारी में पांच और 10 बार मैच में 10 विकेट लिए हैं। वॉर्न (708) टेस्ट में दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
1,000 या उससे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज
वॉर्न अब तक विश्व क्रिकेट में 1,000 या उससे अधिक इंटरनेशनल विकेट लेने वाले दो गेंदबाजों में से एक हैं। टेस्ट में वह सबसे अधिक विकेट लेने वाले लेग-स्पिनर हैं। सबसे अधिक विकेट के मामले में भी वह केवल मुथैय्या मुरलीधरन (800) से ही पीछे हैं। वह टेस्ट क्रिकेट में 700 विकेटों के आंकड़े को छूने वाले इकलौते ऑस्ट्रेलियन गेंदबाज हैं। उन्होंने 194 वनडे में 293 विकेट भी हासिल किए हैं।
700 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज
2006 में वॉर्न टेस्ट क्रिकेट में 700 विकेट लेने वाले पहले क्रिकेटर बने थे। उन्होंने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर इंग्लैंड के खिलाफ चौथे एशेज टेस्ट के पहले दिन इस उपलब्धि को हासिल किया था। गौरतलब है कि वह टेस्ट में 600 विकेट लेने वाले भी पहले गेंदबाज थे। 2005 में उन्होंने इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज मार्कस ट्रेस्कोथिक को आउट करके टेस्ट में अपने 600 विकेट पूरे किए थे।
पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में तीसरे सबसे अधिक विकेट
2005 एशेज सीरीज में वॉर्न ने 19.92 की औसत के साथ 40 विकेट लेकर इतिहास रच दिया था। जिम लेकर (46) और क्लेरी ग्रिम्मेट (44) के बाद यह पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में किसी स्पिनर द्वारा लिए गए सबसे अधिक विकेट हैं।
IPL में शानदार है वॉर्न का रिकॉर्ड
संन्यास लेने के एक साल बाद ही वॉर्न को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के पहले सीजन में राजस्थान रॉयल्स का कप्तान बनाया गया था। मार्की खिलाड़ियों की कमी के बावजूद वॉर्न ने अपनी टीम को चैंपियन बनाया था। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में अपनी कप्तानी का जलवा दिखाया और खास तौर से चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ फाइनल में वह काफी शानदार थे। IPL में उन्होंने 25.39 की औसत के साथ 57 विकेट हासिल किए हैं।