ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेट खिलाड़ी शेन वॉर्न का 52 साल की उम्र में निधन
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न का निधन हो गया है। 52 साल की उम्र में हार्ट अटैक से उनकी मौत की खबर सामने आई है। वॉर्न के मैनेजमेंट ने संक्षिप्त बयान जारी किया है और बताया कि वह थाईलैंड के घर में मृत पाए गए हैं। बता दें वॉर्न से कुछ ही घंटे पहले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर रॉड मार्श का भी निधन हुआ था। इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
थाईलैंड में मृत पाए गए वॉर्न
फॉक्स न्यूज के मुताबिक वॉर्न थाईलैंड के कोह समुई द्वीप में थे। वॉर्न के मैनेजर ने इस बारे में बयान में कहा गया, "शेन अपने विला में बेहोश पाए गए और चिकित्सा कर्मचारियों के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद वह होश में नहीं आ सके।"
रॉड मार्श के निधन पर वॉर्न ने किया था अपना आखिरी ट्वीट
निधन के कुछ घंटे पहले ही वॉर्न ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज मार्श के निधन पर शोक जताया था। उन्होंने इस बारे में ट्वीट करके कहा था, 'मार्श के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। वह हमारे महान खिलाड़ी थे और कई युवा लड़कों और लड़कियों के लिए प्रेरणा थे। मार्श ने क्रिकेट की बहुत परवाह की और ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाड़ियों को बहुत कुछ दिया।'
ऐसा रहा वॉर्न का अंतरराष्ट्रीय करियर
1992 में वॉर्न ने भारत के खिलाफ सिडनी टेस्ट के दौरान अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था और 150 रन खर्च करके केवल एक विकेट ले सके थे। 16 साल से अधिक चले करियर के दौरान वॉर्न ने 339 इंटरनेशनल मैचों में 25.51 की औसत के साथ 1,001 विकेट लिए हैं। अपने करियर में उन्होंने 38 बार पारी में पांच और 10 बार मैच में 10 विकेट लिए हैं। वॉर्न टेस्ट में दूसरे सबसे अधिक (708) विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
700 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज
2006 में वॉर्न टेस्ट क्रिकेट में 700 विकेट लेने वाले पहले क्रिकेटर बने थे। उन्होंने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर इंग्लैंड के खिलाफ चौथे एशेज टेस्ट के पहले दिन इस उपलब्धि को हासिल किया था। गौरतलब है कि वह टेस्ट में 600 विकेट लेने वाले भी पहले गेंदबाज हैं। 2005 में उन्होंने इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज मार्कस ट्रेस्कोथिक को आउट करके टेस्ट में अपने 600 विकेट पूरे किए थे।
राजस्थान रॉयल्स को IPL जिता चुके हैं वॉर्न
संन्यास लेने के एक साल बाद ही वॉर्न को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के पहले सीजन में राजस्थान रॉयल्स का कप्तान बनाया गया था। मार्की खिलाड़ियों की कमी के बावजूद वॉर्न ने अपनी टीम को चैंपियन बनाया था। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने अपनी कप्तानी का जलवा दिखाया और खास तौर से चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ फाइनल में वह काफी शानदार थे। IPL में उन्होंने 25.39 की औसत के साथ 57 विकेट हासिल किए हैं।