विश्व कप से पहले भारत को खेलने हैं 14 मुकाबले, जानिए क्या हो सकती है रणनीति
भारतीय क्रिकेट टीम ने आखिरी विश्व कप साल 2011 में जीता था। इस साल भारतीय सरजमीं पर एक बार फिर वनडे विश्व कप का आयोजन होने वाला है। ऐसे में रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम हर हाल में यह बड़ा टूर्नामेंट जीतना चाहेगी और उससे पहले भारत को 14 मैच खेलने हैं। ऐसे में आइए टीम की रणनीति, 2011 विश्व कप के बाद भारत के प्रदर्शन के साथ टीम की मजबूती और कमजोरी पर एक नजर डालते हैं।
2011 विश्व कप के बाद कैसा रहा है भारत का प्रदर्शन?
साल 2011 के बाद भारत ने 253 वनडे खेले हैं। इनमें से 158 मैच में उसे जीत और 81 में हार का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा 5 मैच टाई रहे और 9 का परिणाम नहीं निकल सका। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने 2011 के बाद 210 वनडे खेले हैं और 118 मुकाबलों में टीम को जीत मिली है और 82 मैच में उन्हें हार झेलनी पड़ी है। 1 मैच टाई और 9 मैच में कोई परिणाम नहीं निकला है।
विश्व कप से पहले भारतीय टीम को कितने मुकाबले खेलने हैं?
विश्व कप से पहले भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 वनडे खेलने हैं। इसके बाद जुलाई, 2023 में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ 3 मैचों की सीरीज खेली जानी है। सितंबर, 2023 में एशिया कप खेला जाना है और अगर भारतीय टीम इसमें भाग लेती है तो उसे 5 लीग मैच खेलने होंगे। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फिर से 3 मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी। ऐसे में विश्व कप से पहले भारत को 14 मैच खेलने हैं।
भारतीय टीम का मजबूत पक्ष क्या है?
भारतीय टीम के पास रोहित, शुभमन गिल, विराट कोहली और श्रेयस अय्यर जैसे शानदार बल्लेबाजों के साथ हार्दिक पांड्या और रविंद्र जडेजा जैसे ऑलराउंडर भी हैं, जो किसी भी मैच को अपने दम पर बदल सकते हैं। गेंदबाजी में भी टीम का प्रदर्शन हाल के दिनों में कमाल का रहा है। युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव और अक्षर पटेल लगातार अच्छा करते आए हैं। जसप्रीत बुमराह की चोट समस्या है, लेकिन मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
बड़े टूर्नामेंट में टीम नहीं कर पा रही अच्छा प्रदर्शन
भारतीय टीम पिछले कुछ समय से बड़े टूर्नामेंट में लगातार हार रही है। 2015 विश्व कप, 2019 विश्व कप में टीम ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम से हारकर बाहर हो गई। 2017 के चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान ने फाइनल में टीम को मात दी। 2022 और 2023 के टी-20 विश्व कप में भी टीम का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। विराट कोहली को कप्तानी तक छोड़नी पड़ी। एशिया कप में भी भारतीय टीम श्रीलंका से हारकर बाहर हो गई।
बड़े टूर्नामेंटों के अहम मुकाबलों में हार का क्या है कारण?
क्रिकेट विशेषज्ञों की माने तो इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) टूर्नामेंटों में लगातार हार से भारतीय टीम का मनोबल कम रहता है और खिलाड़ी खुद पर अतिरिक्त दबाव डाल लेते हैं। इसके चलते अहम मैच में खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं और इसका परिणाम टीम को हार के रूप में देखने को मिल रहा है। ऐसे में भारतीय टीम विश्व कप से पहले के मैचों में अपनी इसी कमजोरी को दूर करने का प्रयास करेगी।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में भारत की चुनौती
भारतीय टीम के कई खिलाड़ी चोट से जूझ रहे हैं। बुमराह और ऋषभ पंत सीरीज से बाहर हैं। ऐसे में विश्व कप के लिए सही टीम बनाने के लिए भारतीय टीम मैनेजमेंट खिलाड़ियों को इस सीरीज में आजमाना चाहेगी। उमरान मलिक, ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों को सीरीज में ज्यादा मौके मिल सकते हैं। ये सीरीज इसलिए भी अहम है क्योंकि भारतीय टीम 31 मार्च से इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) खेलेगी और 2 महीने तक कोई वनडे सीरीज नहीं खेलेगी।