पूर्व बांग्लादेशी कप्तान बोले, 70-80 दशक की वेस्टइंडीज की तरह है भारत का तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण
क्या है खबर?
भारत और बांग्लादेश के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ का आखिरी मुकाबला 22 नवंबर से कोलकाता में खेला जाएगा।
इस सीरीज़ का पहला टेस्ट भारत ने सिर्फ तीन दिन में जीता था और अब दूसरा टेस्ट डे-नाइट होगा। दोनों ही टीमों का यह पहला डे-नाइट टेस्ट होगा।
इस ऐतिहासिक टेस्ट से पहले बांग्लादेश के पू्र्व कप्तान अमीनुल इस्लाम ने भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी को लेकर बड़ा बयान दिया है।
आइये जानते हैं कि अमीनुल इस्लाम ने क्या कुछ कहा।
तुलना
अमीनुल इस्लाम ने 70-80 दशक के वेस्टइंडीज से की भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी आक्रामण की तुलना
पूर्व बांग्लादेशी कप्तान अमीनुल इस्लाम भारत के मौजूदा तेज़ गेंदबाज़ी आक्रामण से काफी प्रभावित हैं।
बांग्लादेश के लिए टेस्ट क्रिकेट में पहला शतक लगाने वाले अमीनुल ने भारत के मौजूदा तेज़ गेंदबाज़ी आक्रामण की तुलना 1970 और 1980 के दशक के वेस्टइंडीज के गेंदबाजों से की।
इसके साथ ही अमीनुल ने कहा कि डे-नाइट टेस्ट में गुलाबी गेंद से भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों को और मदद मिलेगी।
बता दें कि लाल गेंद की तुलना में पिंक बॉल ज्यादा स्विंग होती है।
पिंक बॉल
भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी को पिंक बॉल से काफी फायेदा मिलेगा- अमीनुल इस्लाम
अमीनुल ने न्यूज एजेंसी PTI को दिए साक्षात्कार में कहा, "जिस तरह से हमने मोहम्मद शमी, उमेश यादव और ईशांत शर्मा की तेज़ गेंदबाज़ी में विविधता देखी है, उसे देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि उन्हें पिंक बॉल से काफी फायेदा मिलेगा।"
उन्होंने आगे कहा, "डे-नाइट टेस्ट आप जहां भी खेलते हैं, आपको वहां शाम में अतिरिक्त हवा का साथ मिलता है। भारतीय तेज़ गेंदबाज़ दूसरे टेस्ट में इसका भरपूर फायदा उठाएंगे।"
तेज़ गेंदबाज़ी
भारत के पास सर्वश्रेष्ठ तेज़ गेंदबाज़ी आक्रामण है- अमीनुल
साल 2000 में बांग्लादेश के पहले टेस्ट में भारत के खिलाफ 145 रनों की पारी खेलने वाले अमीनुल ने आगे कहा, "इससे पहले हमने अनिल कुंबले की अगुवाई वाली भारतीय स्पिन गेंदबाज़ी आक्रामण के देखा है। लेकिन अब समय तेज़ गेंदबाज़ों का है। भारतीय क्रिकेट में यह बड़ा बदलाव है।"
उन्होंने आगे कहा, "भारत के पास सर्वश्रेष्ठ तेज़ गेंदबाज़ी आक्रामण है। यह बिल्कुल वैसा ही है, जैसा 1970 से 1980 के दशक के वक्त वेस्टइंडीज के तेज़ गेंदबाज़ों का था।"
डे-नाइट टेस्ट
डे-नाइट मैच टेस्ट क्रिकेट को नयी ऊंचाई पर ले जाएगा- अमीनुल
अमीनुल ने कहा, "दुनियाभर में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को फॉलो किया जाता है, लेकिन इसमें कुछ गलत भी नहीं है। हालंकि, अब भारतीय टीम ज्यादा निरंतर है। वे प्रेरणास्रोत हो सकते हैं, उन्होंने शीर्ष स्तर पर इसे साबित किया है।"
डे-नाइट टेस्ट के बारे में बात करते हुए अमीनुल ने कहा, "यह अविश्वस्नीय होगा, जब लगभग 70 हजार दर्शक भारत में पहली बार डे-नाइट टेस्ट देखेंगे। यह मैच टेस्ट क्रिकेट को नयी ऊंचाई पर ले जाएगा। दोनों टीमों को मेरी शुभकामनाएं।"
जानकारी
अमीनुल इस्लाम का अंतर्राष्ट्रीय करियर
बांग्लादेश के लिए टेस्ट क्रिकेट में पहला शतक लगाने वाले पूर्व कप्तान अमीनुल इस्लाम के नाम टेस्ट क्रिकेट के 13 मैचों में 530 रन हैं। वहीं वनडे क्रिकेट के 39 मैचों में अमीनुल ने 794 रन बनाए।
प्रदर्शन
पिछले दो सालो में शानदार रहा है भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों का प्रदर्शन
टेस्ट क्रिकेट में 2018 में भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों ने अन्य टीमों के तेज़ गेंदबाज़ों की तुलना में सबसे ज्यादा विकेट लिए थे।
पिछले साल मोहम्मद शमी ने 47, ईशांत शर्मा ने 41 और जसप्रीत बुमराह ने 48 विकेट लिए थे। वहीं उमेश यादव ने भी पांच टेस्ट में 20 विकेट लिए थे।
इस साल शमी ने 31, ईशांत ने 16 और उमेश यादव ने 15 विकेट लिए हैं। वहीं बुमराह सिर्फ तीन टेस्ट मैचों में 14 विकेट ले चुके हैं।
तेज़ गेंदबाज़
वेस्टइंडीज के गेंदबाज़ों के नाम था 70-90 का दशक
क्रिकेट में 70-90 का दशक वेस्टइंडीज के तेज़ गेंदबाज़ों के नाम था। उस दौर में दुनियाभर में वेस्टइंडीज के तेज़ गेंदबाज़ों का आतंक था।
70-80 का दशक में सबसे ज्यादा खौफ माइकल होल्डिंग और एंडी रोबर्ट्स का था। कर्टली एंब्रोस और कर्टनी वाल्श भी अपने आतंक के लिए जाने जाते थे।
होल्डिंग ने 60 टेस्ट में 249 और रोबर्ट्स ने 47 टेस्ट में 202 विकेट लिए थे। वहीं एंब्रोस ने 98 टेस्ट में 405 और वाल्श ने 519 विकेट लिए।