टी-20 इंटरनेशनल इतिहास में गेंदबाजों द्वारा किये गए पांच सबसे बेहतरीन गेंदबाजी स्पेल
टी-20 क्रिकेट काफी रोमांचक होता है और क्रिकेट के इस छोटे फॉर्मेट में अक्सर बल्लेबाजों को लंबे-लंबे शॉट लगाते हुए देखा जाता है। हालांकि, इस फॉर्मेट में गेंदबाजों का महत्व भी काफी ज़्यादा होता है और कई बार देखा गया है कि गेंदबाजों ने अपने दम पर अपनी टीम को मुकाबला जिताया है। एक नजर डालते हैं टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट में अब तक के पांच सबसे बेहतरीन स्पेल पर।
चहर ने किया बांग्लादेश को पस्त
11 नवंबर, 2019 को नागपुर में खेला गया टी-20 मुकाबला तीन मैचों की टी-20 सीरीज़ का निर्णायक मुकाबला था। 175 का स्कोर डिफेंड करते हुए भारतीय टीम को दीपक चहर ने बेहतरीन गेंदबाजी करके मदद दी। चहर ने अपने 3.2 ओवर्स में मात्र सात खर्च करते हुए छह विकेट हासिल किए और टी-20 इंटरनेशनल में सबसे बेहतरीन गेंदबाजी का रिकॉर्ड अपने नाम किया। अपने इस स्पेल में चहर ने हैट्रिक भी लगाई थी।
मेंडिस ने जिम्बाब्वे को समेटा
2012 टी-20 विश्व के ग्रुप स्टेज के मैच के दौरान श्रीलंका ने जिम्बाब्वे को 183 रनों का लक्ष्य दिया था। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी जिम्बाब्वे को अजंता मेंडिस ने अपनी स्पिन पर खूब नचाया। मेंडिस ने अपने चार ओवरों में दो मेडन डालते हुए कुल आठ रन खर्च किए और छह बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया। 11 नवंबर, 2019 तक मेंडिस का यह स्पेल टी-20 का बेस्ट स्पेल था।
जब मेंडिस के जाल में फंसे कंगारू
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका ने महेला जयवर्धने (86) की बदौलत 157 रनों का स्कोर खड़ा किया था। जवाब में शेन वाटसन ने मात्र 24 गेंदों में 57 रनों की पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया को धमाकेदार शुरुआत दिलाई। हालांकि, कंगारू बल्लेबाज अजंता मेंडिस के जाल में फंसते गए और उन्होंने चार ओवर में एक मेडन सहित कुल 16 रन खर्च करते हुए छह विकेट झटक लिए।
चहल ने किया अंग्रेजो का सफाया
2017 में बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए मैच में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 202 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया। बेंगलुरु का स्टेडियम गेंदबाजों के कब्रगाह के रूप में देखा जाता है, लेकिन युजवेंद्र चहल ने इसी ग्राउंड पर सबसे ज़्यादा गेंदबाजी की है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अपने चार ओवरों में 25 रन खर्च करके छह विकेट हासिल कर लिए।
हेराथ ने श्रीलंका को जिताया लो स्कोरिंग मुकाबला
2014 टी-20 विश्व कप के मुकाबले के दौरान श्रीलंकाई टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ मात्र 119 रन ही बना सकी थी। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी किवी टीम रंगाना हेराथ की स्पिन गेंदबाजी में बुरी तरह उलझ गई और मात्र 60 रनों पर ऑल आउट हो गई। हेराथ ने 3.3 ओवर्स में दो मेडन डाले और मात्र तीन रन खर्च करते हुए पांच विकेट चटकाए।