तीन साल के लिए BCCI अध्यक्ष बन सकते हैं सौरव गांगुली, बदलने वाला है संविधान
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को पिछले महीने 10 महीनों के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। गांगुली जब से BCCI अध्यक्ष बने हैं, तब से ही भारतीय क्रिकेट के लिए बड़े-बड़े फैसले ले रहे हैं। गांगुली के कारण ही भारत 22 नवंबर से अपना पहला डे-नाइट टेस्ट खेलेगा। इस बीच खबर आ रही है कि गांगुली तीन साल के लिए BCCI अध्यक्ष बने रह सकते हैं। आइये जानें पूरी खबर।
निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए थे सौरव गांगुली
बता दें कि BCCI के अध्यक्ष पद के लिए गांगुली निर्विरोध चुने गए थे। पिछले महीने 14 अक्टूबर को उन्होंने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया था, वहीं उनके खिलाफ और कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं हुआ। इसके बाद 23 अक्टूबर को BCCI मुख्यालय में हुई वार्षिक आम बैठक में गांगुली के अध्यक्ष बनने का औपचारिक ऐलान हुआ। इसके साथ ही यह भी ऐलान हो गया था कि गांगुली सिर्फ 10 महीने के लिए ही BCCI अध्यक्ष रहेंगे।
जानिए क्यों सिर्फ 10 महीनों के लिए अध्यक्ष बनें थे सौरव गांगुली
अभी की मानें तो BCCI के अध्यक्ष पद के तौर पर सौरव गांगुली का कार्यकाल सिर्फ 2020 तक ही होगा। गांगुली पांच साल से बंगाल क्रिकेट के अध्यक्ष थे। ऐसे में बोर्ड में 6 साल तक किसी पद पर रहने के बाद उन्हें कूलिंग ऑफ (आराम) दिया जाएगा। गांगुली ने अध्यक्ष बनने के बाद इस बारे में बात करते हुए कहा था कि 10 महीनें बहुत होते हैं और वह अपने कार्यकाल में काफी कुछ करना चाहते हैं।
65 साल बाद कोई क्रिकेटर बना है BCCI अध्यक्ष
गौरतलब है कि सौरव गांगुली BCCI के 39वें अध्यक्ष हैं। BCCI के पिछले 65 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब कोई क्रिकेटर BCCI अध्यक्ष बना है। इससे पहले पूर्व क्रिकेटर महाराजा विजयनगरम 1954 से 1956 तक BCCI अध्यक्ष रहे थे।
बदल सकता है BCCI का संविधान
अब खबर आ रही है कि गांगुली के काम को देखते हुए BCCI का संविधान बदला जा सकता है। इसका मतलब है कि BCCI अपने कूलिंग ऑफ वाले नियम को बदल सकता है। दरअसल, अगले महीने एक तारीख को BCCI की AGM होनी है, जिसमें यह फैसला लिया जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक BCCI अपने संविधान में संशोधन कर कूलिंग ऑफ वाले नियम को हटा सकता है। वहीं गांगुली को तीन साल के लिए अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
AGM में इन बिंदुओं पर भी हो सकती है चर्चा
जानकारी के मुताबिक 1 दिसंबर को BCCI की AGM में छह बिंदुओं पर चर्चा हो सकती है। दरअसल, अधिकारियों को लगता है कि कुछ ऐसी चीजें हैं जो सुप्रीम कोर्ट द्वारा मंजूर लोढ़ा समिति की सिफारिशों के मुताबिक नहीं हैं। पहला बिंदु- अधिकारी हर बदलाव के लिए सुप्रीम कोर्ट के पास जाना नहीं चाहते हैं। दूसरा बिंदु- कूलिंग ऑफ तीसरा बिंदु- सदस्यों की अयोग्यता चौथा बिंदु- IPL गर्विनंग काउंसिल के सदस्य पांचवा बिंदु- सचिव का पावर
जानिए क्यों सिर्फ तीन साल के लिए गांगुली को अध्यक्ष बनाने की हो रही है बात
आप सोच रहे होंगे कि आखिर सौरव गांगुली को तीन साल के लिए ही BCCI अध्यक्ष बनाने की बात क्यों हो रही है, तो आपको बता दें कि BCCI के संविधान के मुताबिक कोई व्यकित सिर्फ 9 साल के लिए बोर्ड में रह सकता है।