जो रूट की कप्तानी को लेकर ब्रेंडन मैकुलम ने की बड़ी टिप्पणी, कही ये बात
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही एशेज सीरीज के पहले टेस्ट में नौ विकेट से हार झेलने के बाद इंग्लैंड के कप्तान जो रूट पर काफी दबाव पड़ रहा है। तमाम लोगों ने पहले टेस्ट में रूट द्वारा लिए गए कुछ निर्णयों पर सवाल खड़े किए हैं। अब न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रेंडन मैकुलम ने काफी बड़ी टिप्पणी करते हुए कहा है कि उन्हें रूट के अंदर लीडरशिप की कला नजर नहीं आती है।
मेरे हिसाब से रूट में नहीं है अच्छी लीडरशिप स्किल- मैकुलम
40 साल के मैकुलम ने कहा कि जो रूट एक शानदार इंसान और बेहतरीन क्रिकेटर हैं। उन्होंने आगे कहा, "लोग बात करते हैं कि रूट एक बेहतरीन लीडर हैं। हालांकि, मैंने अब तक ऐसा कुछ नहीं देखा है। मेरे हिसाब से लीडरशिप का मतलब केवल यह नहीं होता कि आप सही समय पर सही निर्णय लेने के योग्य हों। मेरे लिए लीडर के रूप में वह बेस्ट में शामिल नहीं हैं।"
पहले टेस्ट के इन निर्णयों को लेकर सवालों के घेरे में हैं रूट
पहले टेस्ट से पहले ही इंग्लैंड ने साफ कर दिया था कि दूसरे टेस्ट के लिए फ्रेश रखने के लिए जेम्स एंडरसन को पहले टेस्ट में आराम दिया जाएगा। इसके अलावा पहले टेस्ट में स्टुअर्ट ब्रॉड को भी मैदान में नहीं उतारा गया था। रूट ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की थी और जैक लीच को प्लेइंग इलेवन में जगह दी थी, लेकिन मैच में काफी ज्यादा महंगे साबित हुए थे।
लीडरशिप में दूसरों को करना पड़ता है प्रेरित- मैकुलम
मैकुलम के हिसाब से रूट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ समय-समय पर मैच को फिसलने दिया और मैच में पकड़ बनाने का मौका गंवाया। उन्होंने कहा, "मेरे हिसाब से सबसे अधिक चिंता का विषय यह है कि लीडरशिप केवल इसलिए नहीं है कि आप टीम के बेस्ट खिलाड़ी हैं। लीडरशिप का मतलब होता है कि आप अपने साथ के लोगों को वह हासिल करने के लिए प्रेरित करें जो शायद वह ऐसे नहीं कर पाते।"
इंग्लैंड के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं रूट
मैकुलम के बयान के विपरीत यदि रूट के कप्तानी के आंकड़े को देखें तो वह इंग्लैंड के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं। एलिस्टेयर कुक (59) के बाद रूट दूसरे सबसे अधिक 57 मैचों में कप्तानी करने वाले खिलाड़ी हैं। रूट ने अब तक इंग्लैंड के लिए सबसे अधिक 27 टेस्ट जीते हैं। उनके बाद माइकल वॉन ने दूसरे सबसे अधिक 26 टेस्ट जीते हैं। कुक ने 24 मैचों में जीत हासिल की है।
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
पहले टेस्ट में स्लो-ओवर रेट के लिए इंग्लैंड की पूरी टीम पर 100 प्रतिशत मैचफीस का जुर्माना लगाया गया था। इसके अलावा टीम के खाते से पांच टेस्ट चैंपियनशिप अंक काटे गए हैं।