क्या आपको पता है कितना पढ़े-लिखे हैं आपके फेवरिट भारतीय क्रिकेट स्टार्स, जानें
भारत में क्रिकेट को काफी ज़्यादा पसंद किया जाता है और लोग अपने फेवरिट क्रिकेटर्स के बारे में हर एक बात को जानना चाहते हैं। लोग अपने फेवरिट क्रिकेटर्स को टीवी पर देखते हैं, उन्हें देखने स्टेडियम जाते हैं और उनके बारे में सबकुछ पता करने की कोशिश करते रहते हैं। हालांकि, बेहद कम लोगों को पता होगा कि उनके फेवरिट क्रिकेटर्स ने कितनी पढ़ाई की है। एक नजर भारत के टॉप क्रिकेटर्स की पढ़ाई पर।
सिर्फ 12वीं तक पढ़े हैं क्रिकेट के भगवान
सचिन तेंदुलकर को भला कौन नहीं जानता। लिटिल मास्टर के नाम से मशहूर सचिन को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है। इंटरनेशनल मैचों में 100 शतक लगाने वाले सचिन इकलौते खिलाड़ी हैं तो वहीं टेस्ट और वनडे मैचों में सचिन सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। 16 साल की उम्र में भारतीय टीम में जगह बनाने वाले सचिन ने 11 साल की उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरु कर दिया था और वह केवल 12वीं तक ही पढ़े हैं।
सिक्सर किंग ने भी की है केवल 12वीं तक की पढ़ाई
2007 टी-20 वर्ल्ड कप में स्टुअर्ट ब्रॉड की छह गेंदों पर लगातर छह छक्के लगाने वाले युवराज सिंह लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे हैं। 2001 वर्ल्ड कप में युवराज के करिश्माई प्रदर्शन का ही असर था कि भारत ने 28 सालों बाद क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था। क्रिकेट के मैदान में चौके-छक्के लगाने वाले युवराज पढ़ाई के मैदान में ज़्यादा समय नहीं दे सके और उन्होंने भी केवल 12वीं तक की ही पढ़ाई की थी।
भारतीय टीम की दीवार के पास है MBA की डिग्री
राहुल द्रविड़ को भारतीय टीम की दीवार कहा जाता था। कर्नाटक के रहने वाले द्रविड़ शुरु से ही पढ़ने में भी काफी तेज थे। उन्होंने बैंगलोर के सेंट जोसेफ कॉलेज से MBA की डिग्री हासिल की है। मजे की बात यह है कि MBA की पढ़ाई के दौरान ही द्रविड़ को भारतीय टीम के लिए बुलाया गया था। द्रविड़ भारत के लिए टेस्ट मैचों में दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।
'जंबो' ने की है मैकेनिकल इंजीनियरिंग
भारत के लिए सबसे ज़्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज़ अनिल कुंबले, जिनको 'जंबो' के नाम से जाना जाता है, काफी पढ़े-लिखे हैं। कुंबले ने आर. वी. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है।
क्रिकेट पिच के प्रोफेसर, लेकिन पढ़ाई में स्कूल तक ही सीमित
वर्तमान समय में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और विश्व क्रिकेट के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक विराट कोहली ने क्रिकेट की पिच पर अच्छे-अच्छे गेंदबाजों की बोलती बंद की है। हालांकि, पढ़ाई के पिच पर कोहली काफी पीछे रह गए और उन्होंने केवल 12वीं तक की ही पढ़ाई की। कोहली क्रिकेट में इतने ज़्यादा व्यस्त थे कि उन्हें पढ़ाई जारी रखने का मौका ही नहीं मिल पाया।
ग्रेजुएट हैं भारत के सबसे सफल कप्तान
जब भी कभी क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों की बात की जाएगी तो उसमें भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोेनी का नाम जरूर आएगा। यदि बात भारत के सबसे सफल कप्तानों की बात की जाए तो धोनी नंबर वन पर पाए जाएंगे। उनकी कप्तानी में ही भारत ने 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 में क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था। धोनी ने कॉमर्स में स्नातक (Graduation) किया है।