खेल के साथ-साथ भारतीय सेना का भी हिस्सा हैं ये खिलाड़ी
पुलवामा में हुए आतंकी हमले का भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दे दिया है। क्रिकेटरों ने भी वायुसेना के इस जवाबी हमले पर उनकी खूब प्रशंसा की, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कई क्रिकेट और अन्य खेल के खिलाड़ी भी भारतीय सेना का हिस्सा हैं। कुछ ने खेल से रिटायरमेंट के बाद तो कुछ ने खेल के साथ ही सेना में शामिल होने का फैसला लिया। आइये जानते हैं कि कौन-कौन से खिलाड़ी सेना का हिस्सा हैं।
क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर भारतीय वायुसेना का हिस्सा हैं। सचिन तेंदुलकर भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन के पद पर हैं। विमानन पृष्ठभूमि के बिना इस सम्मान को पाने वाले सचिन पहले व्यक्ति और साथ ही पहले खिलाड़ी हैं। सचिन अपने पद की गरिमा को खूब समझते हैं और इसीलिए वह युवाओं को सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित भी करते रहते हैं। पिछले साल सचिन तेंदुलकर ने हिंडन में 83वें वायुसेना दिवस समारोह में भी भाग लिया था।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एम एस धोनी
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एम एस धोनी भारतीय सेना में हैं। धोनी को सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक प्रदान की गई है। धोनी भारतीय सेना के पैराशूट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद धोनी फिलहाल सीमित ओवरों में भारतीय टीम का हिस्सा हैं। वर्तमान में धोनी ऑस्ट्रेलिया की खिलाफ घर में सीमित ओवरों की सीरीज़ खेल रहे हैं। लेकिन समय मिलने पर वह सेना के कार्यक्रमों में भी शामिल होते हैं।
निशानेबाज़ विजय कुमार
विजय कुमार निशानेबाज़ (Shooter) हैं, जो सेना में सेवा करते समय लाइमलाइट में आए थे। सूबेदार मेजर विजय कुमार ने ओलंपिक 2012 में 25 मीटर तेज फायर पिस्टल स्पर्धा में रजत पदक पर जीता था।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव
1983 में भारत को पहला विश्व कप जिताने वाले कपिल देव ने 2008 में प्रादेशिक सेना में प्रवेश किया। युवाओं को प्रभावित करने के लिए कपिल देव को सेना के एक आइकन के रूप में उबारा गया। कपिल देव को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से नवाज़ा गया था। भारतीय सेना में कपिल देव को इसलिए शामिल किया गया था, जिससे युवा प्रभावित हों और सेना में ज़्यादा से ज़्यादा भर्ती हो।
इक्का शूटर (Ace Shooter) अभिनव बिंद्रा
इक्का शूटर (Ace Shooter) अभिनव बिंद्रा ने भी 2011 में सेना में शामिल होने का फैसला किया था। प्रादेशिक सेना में बिंद्रा को लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से नवाज़ा गया था। बिंद्रा ने 2014 में कॉमनवेल्थ गेम्स में शूटिंग में स्वर्ण पदक जीता था।
लेफ्टिनेंट कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर
लेफ्टिनेंट कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर ने 2004 में एथेंस ओलंपिक में डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक जीता था। राज्यवर्धन, स्वतंत्रता के बाद से भारत के लिए व्यक्तिगत रजत पदक जीतने वाले पहले खिलाड़ी हैं। राठौर ने 90 के दशक में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से स्नातक किया था। राजनीति में आने से पहले राज्यवर्धन सिंह राठौर ने सेना से कर्नल के रूप में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। फिलहाल राज्यवर्धन सक्रिय राजनीति का हिस्सा हैं और भारत के खेलमंत्री हैं।