IPL 2019: पहली बार नॉकआउट में जीती DC, जानिए दिल्ली की सफलता के 3 बड़े कारण
IPL 2019 के एलिमिनेटर मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को 2 विकेट से हराकर इस लीग के इतिहास में पहली बार नॉकआउट मुकाबले में जीत दर्ज की है। पिछले 11 सालो से निरंतर खराब प्रदर्शन करने वाली दिल्ली ने इस सीज़न में बेहद शानदार प्रदर्शन किया है। दिल्ली अब शुक्रवार, 10 मई को क्वालीफायर-2 में चेन्नई सुपर किंग्स का सामना करेगी। आइये जानते हैं इस सीज़न में दिल्ली कैपिटल्स की सफलता के 3 बड़े कारण।
एक बड़े थिंक टैंक का लगातार मैच के दौरान सलाह देना
इस सीज़न में दिल्ली कैपिटल्स ने सिर्फ अपना नाम ही नहीं बदला बल्कि एक बड़े थिंक टैंक का भी चयन किया। DC में इस सीज़न में कोचिंग स्टाफ में बड़े-बड़े नाम हैं। हेड कोच रिकी पोंटिंग, सलाहकार सौरव गांगुली, सहायक कोच मोहम्मद कैफ, स्पिन बॉलिंग कोच सैमुअल बद्री, तेज़ गेंदबाज़ी कोच जेम्स होप्स जैसे अनुभवी खिलड़ियों ने इस टीम को तराशा है। इस थिंक टैंक ने टीम चयन से लेकर बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी क्रम तक में महत्वपूर्ण रोल निभाया है।
हरफनमौला खिलाड़ियों के शानदार विकल्प
इस सीज़न में दिल्ली टीम प्रबंधन ने नीलामी में हरफनमौला खिलाड़ियों को खरीदने पर ज़ोर दिया था। हरफनमौला खिलाड़ियों के होने से टीम को इस साल काफी संतुलन मिला है। टीम में क्रिस मॉरिस, कीमो पॉल, शरफेन रदरफोर्ड, अक्षर पटेल और राहुल तेवितया जैसे शानदार ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अलग-अलग तरह की पिचों पर टीम के लिए योगदान दिया है। साथ ही सपोर्ट स्टाफ और कप्तान ने पिच के हिसाब से अंतिम 11 में सही खिलाड़ियों का चयन किया।
भारतीय खिलाड़ियों का शानदार संयोजन
इस सीज़न की नीलामी में दिल्ली टीम प्रबंधन ने विदेशी खिलाड़ियों पर नहीं बल्कि CSK की तरह भारतीय खिलाड़ियों पर विश्वास दिखाया था। दिल्ली कैपिटल्स ने अक्षर पटेल, शिखर धवन और ईशांत शर्मा जैसे खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया। वहीं पृथ्वी शॉ, ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ी टीम में पहले से मौजूद थे। इसके साथ ही इस सीज़न में टीम किसी एक या दो खिलाड़ी पर निर्भर नहीं है बल्कि कलेक्टिव प्रदर्शन पर विश्वास रख रही है।