IPL 2020: टाइटल स्पॉन्सर का नाम हुआ फाइनल, इस भारतीय कंपनी ने मारी बाजी
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें संस्करण के टाइटल स्पॉन्सर की तलाश पूरी हो चुकी है। समाचार एजेंसी ANI ने ट्वीट करते हुए बताया कि इस साल IPL की टाइटल स्पॉन्सर ड्रीम इलेवन होगी। यही कंपनी पिछले सीजन से ही IPL की ऑफिशियल पॉर्टनर भी है। ऐसा बताया गया है कि इसके लिए बोर्ड को 222 करोड़ रूपये मिलेंगे जो पिछले टाइटल स्पॉन्सर वीवो से लगभग आधी है।
वीवो की नहीं हुई वापसी तो तीन साल ड्रीम इलेवन रहेगी टाइटल स्पॉन्सर
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक ड्रीम इलेवन ने तीन साल के लिए बाजी मारी, लेकिन यदि अगले साल वीवो की वापसी होती है तो उन्हें पीछे हटना होगा। यदि वीवो की वापसी नहीं होती है तो ड्रीम इलेवन तीन साल बरकरार रहेगी जिसकी शुरुआत इस साल होने वाली है। ड्रीन इलेवन ने पहले साल के लिए 222 करोड़ रूपये और अगले दो साल के लिए 240-240 करोड़ रूपये की बिड के साथ बाजी मारी है।
BYJU को पछाड़कर ड्रीम इलेवन ने हासिल किए अधिकार
हाल ही में इकोनॉमिक टाइम्स ने रिपोर्ट किया था कि टाइटल स्पॉन्सर बनने की रेस में बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि भी है। इसके अलावा जियो, अमेजन, टाटा ग्रुप, ड्रीम इलेवन, अडानी ग्रुप, Unacademy और BYJU जैसी कंपनियां भी इस रेस में शामिल थीं। BYJU ने 201 करोड़ रूपये की बोली लगाई तो वहीं Unacademy ने 171 करोड़ रूपये की बोली लगाई। टाटा ग्रुप बोली लगाने में चौथे स्थान पर रही।
इस साल के लिए टाइटल स्पॉन्सर करने से पीछे हटी थी वीवो
चाइनीज मोबाइल कंपनी वीवो ने 2018 में BCCI के साथ IPL के टाइटल स्पॉन्सर के रूप में पांच साल का करार किया था। हालांकि, भारत और चीन के बीच सीमा पर लगातार तनाव के कारण कंपनी ने इस साल पीछे हटने का निर्णय लिया। इसी महीने की शुरुआत में BCCI ने पुष्टि की थी कि वीवो इस साल IPL टाइटल स्पॉन्सर नहीं होगी, लेकिन कंपनी अगले साल वापस आएगी।
फ्रेंचाइजियों और बोर्ड के नुकसान में हुए बढ़ोत्तरी
टाइटल स्पॉन्सर के रूप बोर्ड को मिलने वाली रकम इस साल आधी हो गई है जिसका नुकसान बोर्ड और फ्रेंचाइजी दोनों को होगा। बोर्ड टाइटल स्पॉन्सर के रूप में मिलने वाली रकम का 50 प्रतिशत खुद लेती है और बाकी 50 प्रतिशत फ्रेंचाइजियों में बांटा जाता है। इसके अलावा फ्रेंचाइजियों को हर मैच से लगभग 2.5-3.5 करोड़ रूपये गेट रिसिप्ट के तौर मिलते थे जो इस साल नहीं मिलने वाले हैं।