संजू सैमसन के कोच ने बताया क्यों सैमसन की बजाय पंत को मिलती है ज़्यादा प्राथमिकता
पिछले 1-2 सालों में भारतीय क्रिकेट टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में युवा ऋषभ पंत को काफी मौके मिले हैं। पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी एक साल से भारतीय टीम में नहीं खेले हैं और ऐसे में पंत को उनके उत्तराधिकारी के रूप में तैयार किया जा रहा है। केरला के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन के कोच बिजू जॉर्ज ने अब बताया है कि क्यों सैमसन की जगह पंत को मौके मिल रहे हैं।
लेफ्ट हैंडर होने के कारण पंत को मिल रहे हैं ज़्यादा मौके- जॉर्ज
टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत में सैमसन के कोच ने कहा कि आक्रामक पारी खेलने की क्षमता और लेफ्ट हैंडर होने के कारण पंत को ज़्यादा मौके मिलते हैं। उन्होंने आगे कहा, "यदि आप मुझसे पूछेंगे जो सैमसन का काफी करीबी है तो मैं कहूंगा कि उन्हें ज़्यादा मौके मिलने चाहिए थे। यदि आप इंडियन टीम के नजरिए से देखेंगे तो लेफ्ट हैंडर होना और इंडियन टीम की रणनीति के कारण पंत को ज़्यादा मौके दिए जा रहे हैं।"
जॉर्ज ने बताया किन परिस्थितियों में काम आ सकते हैं पंत
जॉर्ज ने आगे कहा कि यह चयनकर्ताओं को तय करना है कि पंत और सैमसन में इंडियन टीम के लिए कौन उपयुक्त है। उन्होंने कहा, "उनके दिमाग में विश्व कप चल रहा होगा। शायद वहां उन्हें किसी ऐसी टीम का सामना करना पड़े जिसके पास अच्छा बाएं हाथ का स्पिनर, लेग स्पिनर या फिर बाएं हाथ का तेज गेंदबाज हो और उस समय पंत काम आ सकते हैं। यह मेरा मानना है बाकि कोच, कप्तान और टीम निर्णय लेती है।"
पिछले साल से मिल रहे मौकों का फायदा नहीं ले पा रहे हैं पंत
पंत 2019 में भारत के सभी 16 टी-20 मैचों में खेलने वाले इकलौते भारतीय थे। इस दौरान वह 21 की औसत से केवल 252 रन बना सके और उनके बल्ले से एक अर्धशतक निकला। 2019 में खेले 12 वनडे में पंत ने 27.73 की औसत के साथ 305 रन बनाए और एक अर्धशतक लगाया। 2020 में खेले दो टेस्ट में वह 15 की औसत से केवल 60 रन ही बना सके।
सैमसन ने अब तक खेले हैं केवल चार टी-20 इंटरनेशनल
2015 में भारत के लिए टी-20 डेब्यू करने वाले सैमसन ने अपना दूसरा टी-20 इंटरनेशनल 2020 में खेला। 2020 में खेले तीन टी-20 मैचों में सैमसन केवल 16 रन ही बना सके। सैमसन का प्रदर्शन इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में शानदार रहा है और उन्होंने पिछले सीजन एक शतक सहित 12 मैचों में 342 रन बनाए थे। लिस्ट-ए क्रिकेट में नाबाद दोहरा शतक लगाने वाले सैमसन को अब तक वनडे डेब्यू करने का मौका नहीं मिला है।