UAE में हो सकता है सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ियों का नेशनल कैंप और IPL- रिपोर्ट
भले ही कोरोना का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है, लेकिन तमाम देश क्रिकेट की वापसी में लग चुके हैं। हालांकि, भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी चार महीनों से ज़्यादा के समय से अपने घरों में कैद हैं। हालिया रिपोर्ट की मानें तो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ियों के लिए यूनाइटेड अरब अमीरात (UAE) में नेशनल कैंप आयोजित कर सकती है। इसके अलावा इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को भी वहीं आयोजित किया जा सकता है।
UAE के IPL होस्ट करने की संभावनाएं काफी ज़्यादा- सूत्र
बोर्ड के करीबी सूत्रों ने द न्यू इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "जिस तरह की चीजें हैं उसमें UAE का IPL होस्ट करना तय लग रहा है। इस हिसाब से वहां कैंप का आयोजन करना सही भी लग रहा है। एक बार IPL का आयोजन स्थल तय हो जाएगा तो चीजों के काफी तेजी से होने की उम्मीद है।" हालांकि, 17 जुलाई को होने वाली अपेक्स काउंसिल की मीटिंग के बाद ही चीजें साफ हो सकेंगी।
BCCI के लिए आसान नहीं होना कैंप का आयोजन
यदि सितंबर के अंत में IPL शुरु होता है तो फिर फ्रेंचाइजियां अपने खिलाड़ियों के साथ 2-3 हफ्तों का कैंप जरूर करना चाहेंगी। BCCI को अपने खिलाड़ियों की फिटनेस चेक करने के लिए छोटा कैंप करना है, लेकिन IPL फ्रेंचाइजियों को ध्यान में रखते हुए वे सितंबर की शुरुआत में ही इसे आयोजित कर सकते हैं। इसके अलावा यात्रा पर लगे प्रतिबंध भी BCCI की मुश्किलें बढ़ाने का काम करेंगी।
भारत में IPL आयोजन को प्राथमिकता बता चुके हैं BCCI अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष
BCCI प्रेसीडेंट सौरव गांगुली ने इसी महीने कहा था कि IPL आयोजन के लिए भारत उनकी पहली प्राथमिकता है। कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने भी कहा था कि, "हमें पहले भारत के बारे में सोचना होगा और फिर बाद में ही विदेश के बारे में सोचा जा सकता है।" UAE और श्रीलंका के IPL होस्ट करने की खबरों पर गांगुली ने कहा था कि जब तक बोर्ड मेंबर्स को ऑफिशियली कुछ नहीं बोला जाता तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता
भारत में IPL का आयोजन करा पाना होगा बेहद मुश्किल
भारत में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या साढ़े नौ लाख के करीब पहुंच गई है और लगातार 25-29 हजार मामले प्रतिदिन के हिसाब से आ रहे हैं। मुंबई, गुजरात, दिल्ली और तमिलनाडु चार सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य हैं। IPL का आयोजन यदि केवल 2-3 शहरों में ही कराने का विचार किया जाए तो भी सारे बड़े शहर कोरोना प्रभावित ही हैं। लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच इतनी बड़ी लीग का आयोजन बेहद कठिन होगा।