IPL 2022 में चेन्नई सुपर किंग्स का प्रदर्शन कैसा रहा? जानिए आंकड़े
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 में बीते शुक्रवार (20 मई) को चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने राजस्थान रॉयल्स (RR) के खिलाफ अपना आखिरी लीग मैच खेला, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही चेन्नई मौजूदा सीजन में सिर्फ चार मैच ही जीत सकी। IPL इतिहास में यह पहला मौका है, जब चेन्नई ने लीग चरण में 10 मैच हारे हैं। इस बीच उनके प्रदर्शन पर एक नजर डालते हैं।
IPL इतिहास में चेन्नई ने किया अपना सबसे खराब प्रदर्शन
IPL 2022 में चेन्नई ने सिर्फ बैंगलोर, दिल्ली, हैदराबाद और मुंबई के खिलाफ एक-एक जीत दर्ज की। दूसरी तरफ चेन्नई को पंजाब और गुजरात ने दो-दो बार जबकि कोलकाता, लखनऊ, हैदराबाद, बैंगलोर, मुंबई और राजस्थान ने एक-एक बार हराया। यह सिर्फ दूसरा मौका है जब चेन्नई प्ले-ऑफ के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई है। इससे पहले 2020 में चेन्नई लीग चरण से आगे नहीं बढ़ पाई थी और आठ टीमों में सातवें स्थान पर रही थी।
न्यूजबाइट्स प्लस
CSK को अपने नेतृत्व में चार खिताब जितवा चुके महेन्द्र सिंह धोनी अगले सीजन में भी खेलेंगे और सम्भवतः कप्तानी करेंगे। 40 वर्षीय धोनी ने खुद यह जानकारी दी है कि वह IPL 2023 में भी खेलते हुए नजर आएंगे।
गायकवाड़ ने बनाए सर्वाधिक रन
चेन्नई की ओर से सर्वाधिक रन रुतुराज गायकवाड़ ने बनाए। उन्होंने 14 मैचों में 26.28 की औसत और तीन अर्धशतक की मदद से 361 रन बनाए। वहीं शिवम दूबे ने 11 मैचों में 28.90 की औसत और 156.21 की स्ट्राइक रेट से 289 रन बनाए। अनुभवी अम्बाती रायडु ने 13 मैचों में 24.90 की औसत से 274 रन बनाए। यह पहला ऐसा सीजन रहा, जिसमें CSK का कोई भी बल्लेबाज 400 रनों का आंकड़ा पार नहीं कर सका।
युवा गेंदबाज मुकेश चौधरी ने किया प्रभावित
चेन्नई के अनुभवी गेंदबाज ड्वेन ब्रावो ने 10 मैचों में 18.68 की औसत और 8.70 की इकॉनमी रेट से 16 विकेट हासिल किए। पहली बार IPL में हिस्सा ले रहे मुकेश चौधरी ने प्रभावित किया है और 13 मैचों में 26.50 की औसत से 16 ही विकेट झटके हैं। स्पिनर महेश तीक्षाना ने भी अच्छी गेंदबाजी की। उन्होंने नौ मैचों में 4/33 के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ 12 विकेट हासिल किए।
चोट ने भी बिगाड़ा CSK का खेल
CSK ने दीपक चाहर को वापस लाने के लिए 14 करोड़ रुपये की बड़ी कीमत खर्च की थी। हालांकि, वह चोट के कारण इस सीजन में एक मैच भी नहीं खेल सके। कीवी तेज गेंदबाज एडम मिल्ने चोटिल होकर बाहर हो गए, जिससे चेन्नई का गेंदबाजी क्रम जूझता हुआ दिखाई दिया। शुरुआती कुछ मैचों में टीम की कप्तानी करने वाले रविंद्र जडेजा भी चोटिल होकर आखिर के कुछ मैच नहीं खेल सके। उनका व्यक्तिगत प्रदर्शन भी खराब रहा।
नाम के अनुरूप नहीं खेल सके जडेजा
जडेजा ने इस सीजन खेले 10 मैचों में 19.33 की औसत और 118.36 की स्ट्राइक रेट के साथ केवल 116 रन बनाए थे। गेंदबाजी में उन्होंने 7.51 की इकॉनमी रेट से पांच विकेट झटके।