अपनी स्ट्राइक-रेट के साथ आज की वनडे क्रिकेट में सफल नहीं हो पाता- राहुल द्रविड़
पूर्व भारतीय कप्तान और महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ को उनकी बल्लेबाजी के अलावा सरलता के लिए भी जाना जाता है। द्रविड़ हमेशा इस बात को गर्व से स्वीकार करते हैं कि वह डिफेंसिव बल्लेबाज थे और उन्होंने वनडे में भी धीमी बल्लेबाजी की। Espncricinfo की वीडियो पोडकास्ट में संजय मांजरेकर के साथ बातचीत के दौरान द्रविड़ ने कहा कि जिस तरह आज का वनडे क्रिकेट है उसमें वह अपनी स्ट्राइक-रेट के साथ नहीं चल पाते।
एकाग्रता और दृढ़ता था मेरा टैलेंट- द्रविड़
बातचीत के दौरान द्रविड़ ने कहा कि लंबे समय तक क्रीज पर रहकर गेंदबाजों को थका देने के बाद खेलना आसान हो जाता था। उन्होंने आगे कहा, "ऐसा नहीं है कि मैं वीरेन्द्र सहवाग की तरह बल्लेबाजी करके उनके जैसे शॉट नहीं लगाना चाहता था, लेकिन मेरा टैलेंट अलग था। मेरा टैलेंट एकाग्रता और दृढ़ता थी और मैंने इस पर ही काम किया।" द्रविड़ ने कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है।
कोहली या रोहित से नहीं कर सकता अपनी तुलना- द्रविड़
द्रविड़ ने आगे कहा कि वह अपने दिनों में जिस तरह की बल्लेबाजी करते थे उस हिसाब से तो आज की वनडे क्रिकेट में नहीं चल पाते। उन्होंने कहा, "आज के समय में स्ट्राइक-रेट देखिए। भले ही मेरी स्ट्राइक-रेट सचिन या सहवाग जितनी नहीं थी, लेकिन उस समय हम इसी लेवल पर खेलते थे।" द्रविड़ ने यह भी कहा कि वह कोहली या रोहित से अपनी तुलना नहीं कर सकते क्योंकि वे खेल को अलग लेवल पर ले गए हैं।
समय के हिसाब से बेहतरीन है द्रविड़ की औसत
344 वनडे में द्रविड़ ने 39.17 की औसत के साथ 10,889 रन बनाए हैं। वनडे में उन्होंने 71.24 की स्ट्राइक-रेट के साथ रन बनाए हैं। वनडे में द्रविड़ ने 12 शतक और 83 अर्धशतक लगाए हैं। द्रविड़ से ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में इंजमाम उल हक (74.24), सौरव गांगुली (73.70) और जैक्स कैलिस (72.89) का स्ट्राइक-रेट भी 75 से नीचे का ही है। इन सभी बल्लेबाजों ने 11,000 से ज़्यादा रन बनाए हैं।
आज भी कई बल्लेबाजों के पास है बेहतरीन डिफेंसिव टेक्नीक- द्रविड़
द्रविड़ ने कहा टी-20 और वऩडे के जमाने में अब डिफेंसिव टेक्नीक का महत्व घट रहा है, लेकिन एक पीढ़ी पहले तक लोगों को जीने के लिए टेस्ट क्रिकेटर बनना पड़ता था। उन्होंने कहा, "आज के समय में कोहली, केन विलियमसन और स्टीव स्मिथ समेत कई खिलाड़ियों के पास बेहतरीन डिफेंसिव टेक्नीक है। डिफेंसिव टेक्नीक के सहारे आप खेल के सबसे कठिन दौर को आराम से पार कर सकते हैं।"