#BirthdaySpecial: स्पिनर के रूप में शुरुआत करने वाले स्मिथ कैसे टेस्ट के बेस्ट बल्लेबाज बने?
वर्तमान समय में दुनिया के बेस्ट बल्लेबाजों में से एक स्टीव स्मिथ मंगलवार को 31 साल के हो गए हैं। स्मिथ ने अपने करियर में लगातार सफलता हासिल की है और वर्तमान समय में वह टेस्ट क्रिकेट के बेस्ट बल्लेबाज हैं। आइए समझने की कोशिश करते हैं कि 73 टेस्ट में 7,227 रन बना चुके स्मिथ ने स्पिन गेंदबाज के रूप में करियर शुरु करने के बावजूद कैसे खुद को बेस्ट बल्लेबाज बनाया।
गेंदबाज के रूप में की शुरुआत, दो साल तक टीम से रहे बाहर
2010 में तीनो फॉर्मेट में डेब्यू करने वाले स्मिथ को लेग-स्पिनर के तौर पर टीम में शामिल किया गया था। पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू टेस्ट में स्मिथ ने केवल दूसरी पारी में गेंदबाजी की और तीन विकेट हासिल किए। आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले स्मिथ ने दूसरे टेस्ट में 77 रनों की पारी खेलकर सबको बल्लेबाजी से प्रभावित किया। 2010-11 एशेज में उन्हें नंबर छह पर भेजा गया, लेकिन इसके बाद दो साल तक वह टीम से बाहर रहे।
पहली सीरीज़ के बाद से ही गेंदबाजी में पार्ट-टाइमर बन गए स्मिथ
डेब्यू टेस्ट सीरीज़ के बाद से ही स्मिथ से पार्ट-टाइमर के रूप में गेंदबाजी कराई जाने लगी। 2013 में स्मिथ ने 11 टेस्ट में केवल 52 ओवर फेंके जिसमें उन्हें छह विकेट मिले। 2014 में स्मिथ ने नौ टेस्ट में 56 ओवर फेंके और पांच विकेट हासिल किए। दोनों सालों में उन्होंने 2013 में एक मैच में सबसे ज़्यादा 20 ओवर फेंके थे। 2015 में स्मिथ ने केवल 23 ओवर फेंके और यह संख्या लगातार घटती ही रही।
भारत दौरे पर हुई टीम में वापसी, लेकिन इस बार बन चुके थे बल्लेबाज
2013 में भारत दौरे के लिए स्मिथ को ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह मिली और उन्होंने दौरे पर तीसरा और चौथा टेस्ट मैच खेला। भारत में अपनी पहली टेस्ट पारी में ही स्मिथ ने 92 रन बनाए और चार पारियों में वह 161 रन बनाने में कामयाब रहे। इसके बाद एशेज 2013-14 के आखिरी टेस्ट में अपना पहला टेस्ट शतक लगाने वाले स्मिथ ने इंग्लैंड में खेली गई इस सीरीज़ में पांच मैचों में 327 रन बनाए।
2014 में किया दमदार प्रदर्शन और 2015 में मिल गई टीम की कप्तानी
लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करके टीम में अपनी जगह पक्की कर चुके स्मिथ ने अपनी निरंतरता के दम पर कप्तानी का दावा भी ठोंकना शुरु कर दिया। 2015 एशेज में ऑस्ट्रेलिया की 3-2 की हार के बाद माइकल क्लार्क रिटायर हुए और स्मिथ को टीम की कप्तानी मिल गई। इस दौरान 2014 में स्मिथ ने केवल नौ टेस्ट में 81.86 की औसत के साथ 1,146 रन बना डाले थे। इसमें छह शतक और चार अर्धशतक शामिल थे।
लगातार जारी रहा स्मिथ का जलवा
स्मिथ ने 2015 में 13 टेस्ट में छह शतक और पांच अर्धशतकों की बदौलत 1,474 रन बनाए जो एक कैलेंडर ईयर में उनके द्वारा बनाए गए सबसे ज़्यादा रन हैं। 2016 में उन्होंने 11 टेस्ट में 1,079 और 2017 में 11 टेस्ट में 1,305 रन बनाए। स्मिथ ने 2016 में चार शतक और पांच अर्धशतक तो वहीं 2017 में छह शतक और तीन अर्धशतक लगाए जिसमें उनका करियर बेस्ट 239 भी शामिल है।
2018 में आया करियर का सबसे खराब लम्हा
2018 में दक्षिण अफ्रीका दौरे के पहले तीन टेस्ट में स्मिथ केव 142 रन ही बना सके थे जिसमें 56 उनका सर्वोच्च स्कोर था। तीसरे टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी कैमरून बैंक्रॉफ्ट को गेंद से छेड़छाड़ करते कैमरे पर पकड़ा गया। कप्तान स्मिथ और उप-कप्तान डेविड वॉर्नर को 12-12 तो वही बैंक्रॉफ्ट को नौ महीनों के लिए क्रिकेट खेलने से बैन किया गया। स्मिथ ने 2019 विश्वकप के साथ इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की थी।
लंबे बैन के बाद टेस्ट में की धमाकेदार वापसी
लगभग 16 महीनों बाद स्मिथ ने एशेज 2019 में अपना पहला टेस्ट मैच खेला और मैच की दोनों पारियों में शतक लगाकर धमाकेदार वापसी की। एशेज की सात पारियों में ही स्मिथ ने 110.57 की औसत के साथ 774 रन बना डाले जिसमें दो शतक, एक दोहरा शतक और तीन अर्धशतक शामिल थे। स्मिथ एशेज में तीसरे सबसे ज़्यादा 11 शतक लगाने और एक एशेज में पांचवें सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने थे।
स्मिथ के नाम हैं टेस्ट क्रिकेट के कई बेहतरीन रिकॉर्ड्स
स्मिथ दुनिया के सबसे तेज 7,000 टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। लगातार चार कैलेंडर ईयर में टेस्ट में 1,000 से ज़्यादा रन बनाने वाले स्मिथ दुनिया के दूसरे बल्लेबाज हैं। डॉन ब्रेडमैन (961) के बाद स्मिथ (947) दूसरे सबसे ज़्यादा टेस्ट बल्लेबाजी रेटिंग हासिल करने वाले बल्लेबाज हैं। वह ICC का टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर अवार्ड एक से ज़्यादा बार जीतने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं।स्मिथ ICC क्रिकेटर ऑफ द ईयर बनने वाले सबसे युवा खिलाड़ी हैं।