ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत: लॉकडाउन के चलते ब्रिसबेन टेस्ट पर खतरा, BCCI ने मांगा लिखित आश्वासन
लगातार चर्चा का विषय बने हुए ब्रिसबेन टेस्ट पर लगातार खतरा मंडरा रहा है। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच सीरीज का चौथा टेस्ट ब्रिसबेन में खेला जाना है, लेकिन भारतीय टीम वहां जाने की इच्छा नहीं जता रही है। अब ब्रिसबेन में नया तीन दिन का लॉकडाउन लगा है जिसने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) की मुश्किलें बढ़ाने का काम किया है। CA क्वारंटाइन में ढील देने के लिए बातचीत कर रही है।
UK स्ट्रेन पॉजिटिव मिला है एक होटल क्वारंटाइन वर्कर- रिपोर्ट
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक द न्यूजपेपर ने लिखा कि CA के अधिकारी इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस नए तीन दिन के लॉकडाउन का गाबा टेस्ट पर क्या असर पड़ने वाला है। उन्होंने आगे लिखा, "एक होटल के क्वारंटाइन वर्कर के इंग्लैंड के नए कोरोना स्ट्रेन का पॉजिटिव मिलना CA की उम्मीदों को बड़ा झटका है। बोर्ड लगातार गाबा में चौथा टेस्ट कराने की कोशिशों में लगा है।"
BCCI ने CA से मांगा लिखित आश्वासन
ब्रिसबेन में खिलाड़ियों पर कड़ी पाबंदी रहेगी जिसमें वे मैदान के अलावा होटल से कहीं और नहीं जा सकेंगे। इसमें छूट हासिल करने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने CA से लिखित आश्वासन मांगा है। BCCI के सूत्र ने TOI से कहा, "अनुमति देना सरकार का काम है और CA ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेटिंग गवर्निंग बॉडी है। यही कारण है कि BCCI ने CA को लिखा है और स्पष्टीकरण मांगा है।"
मौखिक रूप से आश्वासन दे चुका है CA
CA पहले ही मौखिक रूप से बोल चुका है कि उन्होंने क्वींसलैंड सरकार से बात कर ली है और खिलाड़ी होटल में आपस में एक-दूसरे से मिल सकेंगे। हालांकि, मुद्दा गर्माया हुआ है और फिलहाल BCCI लिखित आश्वासन चाहती है। BCCI लगभग साफ कर चुकी है कि छूट नहीं मिलने पर वे ब्रिसबेन नहीं जाएंगे। यदि ऐसा होता है तो अंतिम टेस्ट गाबा में नहीं हो सकेगा और इसे सिडनी में ही खेला जा सकता है।
पिछले हफ्ते से ही चल रहा है यह मामला
03 जनवरी को ही तमाम रिपोर्ट्स में कहा गया था कि भारत ने ब्रिसबेन जाने से मना कर दिया है। हालांकि, CA ने कहा था कि दोनों टीमें शेड्यूल के हिसाब से खेलने को तैयार हैं और गाबा टेस्ट पर कोई संकट नहीं हैं। भले ही CA शेड्यूल के हिसाब से मैच कराने की कोशिशों में लगा है, लेकिन यह मुद्दा लगातर चल रहा है और गाबा टेस्ट पर अब भी संकट बरकरार है।