धोनी के लिए फेयरवेल मैच का आयोजन कराने पर विचार कर रही है BCCI
क्या है खबर?
भारत के लिए 17,000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाने के बाद महेन्द्र सिंह धोनी ने मैदान से बाहर रहते हुए ही इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
पिछले साल जुलाई में आखिरी बार भारत के लिए खेले धोनी ने कोई फेयरवेल मैच भी नहीं खेला।
हालांकि, अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के एक ऑफिशियल के मुताबिक बोर्ड उनके लिए फेयरवेल मैच का आयोजन कराने का इच्छुक है।
ऑफिशियल ने IANS के साथ बातचीत में ये बात कही है।
बयान
फेयरवेल मैच के हकदार हैं धोनी- ऑफिशियल
ऑफिशियल ने कहा कि अगले महीने से शुरु हो रही इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के दौरान बोर्ड धोनी से बात करेगा।
उन्होंने आगे कहा, "फिलहाल तो कोई इंटरनेशनल सीरीज़ नहीं है, लेकिन हम IPL के बाद देखेंगे कि क्या किया जा सकता है क्योंकि धोनी ने देश के लिए काफी कुछ किया है और वह सम्मान के हकदार हैं। हम हमेशा उनके लिए फेयरवेल मैच के बारे में सोच रहे थे, लेकिन उन्होंने संन्यास की घोषणा कर दी।"
हेमंत सोरेन
झारखंड के मुख्यमंत्री ने भी की थी फेयरवेल मैच की मांग
धोनी के संन्यास लेने के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी BCCI ने उनके लिए एक फेयरवेल मैच के आयोजन की गुजारिश की थी।
उन्होंने ट्वीट किया था, 'हम सबके चहेते झारखण्ड का लाल माही को नीली जर्सी पहने अब नहीं देख पायेंगे, लेकिन देशवासियों का दिल अभी भरा नहीं। मैं मानता हूँ हमारे माही का एक फेयरवेल मैच रांची में हो जिसका गवाह पूरा विश्व बने। माही का फेयरवेल मैच कराया जाये, मेजबानी झारखण्ड करेगा।'
संन्यास का फैसला
किसी को नहीं थी धोनी के संन्यास की उम्मीद
पिछले साल जुलाई के बाद से प्रतियोगी क्रिकेट नहीं खेलने वाले धोनी ने पूरे एक साल से ज़्यादा के समय तक अपने भविष्य को लेकर कुछ भी नहीं कहा था।
पूरा देश उत्सुक था कि आखिर धोनी का भविष्य क्या होगा, लेकिन शायद ही किसी को उम्मीद थी कि इतनी खामोशी और अचानक से धोनी नीली जर्सी को अलविदा कह देंगे।
IPL से ठीक पहले लोगों को धोनी से इतने बड़े झटके की उम्मीद नहीं थी।
फेयरवैल मैच
फेयरवैल मैच के लिए करना पड़ सकता है इंतजार
BCCI ऑफिशियल ने साफ किया है कि धोनी से बात की जाएगी और उनके मना करने पर भी वे उन्हें सम्मानित करने का अपना कार्यक्रम तो जरूर करेंगे।
जहां तक फेयरवेल मैच की बात है तो यदि सभी लोग इसके लिए राजी भी हो जाते हैं तो भी फिलहाल इसका आयोजन संभव नहीं है।
भारत में कोरोना के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं और खाली स्टेडियम में माही को विदा करना बिल्कुल सही नहीं होगा।