कोरोना वायरस के डर से एशियाई क्रिकेट परिषद की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे सौरव गांगुली
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने मंगलवार, 03 मार्च को होने वाली एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) की बैठक में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक गांगुली ने यह फैसला कोरोना वायरस के चलते लिया है। गौरतलब है कि गांगुली के इस फैसले के बाद इस बैठक को स्थगित कर दिया गया है। वहीं अब यह बैठक कब होगी, अभी इसकी कोई जानकारी नहीं मिली है। आइये विस्तार से जानें पूरी खबर।
रविवार रात गांगुली को जाना था दुबई
बता दें कि गांगुली को ACC मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए रविवार रात को ही दुबई रवाना होना था। लेकिन दुनियाभर में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उन्होंने यह यात्रा टाल दी। BCCI अध्यक्ष के अलावा इस बैठक में BCCI सचिव जय शाह को भी हिस्सा लेना था। गौरतलब है कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में कोरोना वायरस के 730 मामले सामने आए हैं, जिसके बाद लोगों में इसको लेकर डर का माहौल है।
दुबई में होगा एशिया कप का आयोजन- गांगुली
शुक्रवार को गांगुली ने कोलकाता के ईडन गार्डन्स में पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, "एशिया कप का आयोजन दुबई में होगा और इसमें भारत और पाकिस्तान दोनों की टीमें हिस्सा लेंगी।" बता दें कि गांगुली ने यह घोषणा ACC की मीटिंग से पहले ही कर दी थी, जबकि ACC की मीटिंग में एशिया कप का आयोजन ही सबसे बड़ा मुद्दा रहने वाला है। इस मीटिंग में ही यह तय होना है कि 2020 एशिया कप कहां खेला जाएगा।
कोरोना वायरस से दुनियाभर में 3,000 से ज्यादा लोगों की हो चुकी है मौत
उल्लेखनीय है कि चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस आज दुनिया के 60 शहरों में फैल चुका है। इस वायरस से अब तक दुनियाभर में 3,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 80,000 से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हैं। सिर्फ चीन में रविवार रात तक इस वायरस से 2,912 लोगों की मौच हो चुकी है। वहीं इरान में इस संक्रमण से 54 लोगों ने दम तोड़ दिया है।
क्या है कोरोना वायरस?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस एक वायरस परिवार है। इससे पीड़ित होने पर जुकाम, सांस लेने में परेशानी और किडनी फेल होने से मौत तक हो सकती है। यह वायरस पशुओं के जरिए इंसानों में फैलता है। पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने पर दूसरा व्यक्ति भी इससे संक्रमित हो जाता है। अभी तक इसका उपचार नहीं ढूंढा जा सका है। केवल लक्षणों के आधार पर पीड़ित व्यक्ति का इलाज किया जा सकता है।