भारत में सामने आया कोरोना वायरस का पहला मामला, केरल की छात्रा अस्पताल में भर्ती
चीन का कोरोना वायरस भारत पहुंच गया है। गुरूवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने की पुष्टि की है। चीन के वुहान से केरल वापस लौटी एक छात्रा में इस वायरस का संक्रमण पाया गया है। अभी उसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। 'NDTV' की रिपोर्ट के अनुसार, केरल में 400 से अधिक लोगों को निगरानी में रखा गया है।
भारत पहुंचा कोरोना वायरस
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी कर पहले मामले की पुष्टि की
केरल के छात्र के संक्रमण पर बयान देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, "केरल में वुहान यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली एक छात्रा में नोवेल कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है। मरीज को अस्पताल में अलग से रखा जा रहा है।"
कोरोना वायरस क्या है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, कोरोना वायरस एक वायरस फैमिली है। इससे प्रभावित व्यक्ति को जुकाम से लेकर सांस लेने में परेशानी और किडनी फेल होने से लेकर मौत तक हो सकती है। यह पशुओं से पशुओं और इंसानों में फैलता है। पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने पर दूसरा व्यक्ति भी इससे प्रभावित होता है। अभी तक इसका इलाज नहीं ढूंढ़ा जा सका है। केवल लक्षणों के आधार पर पीड़ित व्यक्ति का इलाज किया जा सकता है।
चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ वायरस
कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से फैसला शुरू हुआ है। वुहान में दिसंबर, 2019 में इस वायरस से संक्रमण का पहला मामला सामने आया था। वुहान से ये वायरस चीन समेत कई देशों में भी फैल गया। वायरस से अब तक 170 लोगों की मौत हो चुकी है और केवल चीन में ही 1700 मामले सामने आए हैं। वायरस को फैलने से रोकने के लिए चीन के 18 शहरों को बंद किया गया है।
भारत में हालातों पर स्वास्थ्य मंत्रालय की नजर
जिन देशों में कोरोना वायरस के सबसे अधिक फैलने की आशंका है उनमें भारत भी शामिल है और इसलिए स्वास्थ्य मंत्रालय मामले पर करीबी नजर रख रहा है। मंत्रालय ने 1 जनवरी के बाद चीन आने-जाने वाले लोगों से बुखार, कफ या सांस लेने में दिक्कत जैसा कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत निकटतम स्वास्थ्य केंद्र में सूचना देेने को कहा गया है। वहीं देश के विभिन्न एयरपोर्ट्स पर लगभग 30,000 लोगों की जांच की जा चुकी है।
संदिग्ध मरीजों पर रखी जा रही निगरानी, केरल में हाई अलर्ट
जांच में संदिग्ध पाए जाने वाले लोगों पर निगरानी रखी जा रही है। उन्हें दिल्ली और मुंबई सहित कई शहरों के अस्पतालों के अलग वार्डों में रखा गया है। वहीं पहला मामला सामने आने के बाद केरल को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
वुहान में फंसे 250-300 भारतीय छात्रों को वापस लाने की कोशिश में लगी सरकार
भारत सरकार चीन के वुहान शहर में फंसे 250-300 भारतीय छात्रों को वहां से बाहर निकालने की कोशिश में लगी हुई है। इसके लिए चीन की सरकार से लगातार बातचीत की जा रही है। वहीं 'रॉयटर्स' के साथ बातचीत में एक अधिकारी ने कहा है कि वुहान से भारतीय छात्रों को वापस लाना संक्रमण के खतरे के कारण एक अच्छा विकल्प नहीं है, लेकिन छात्रों और उनके माता-पिता के दबाव के कारण एक हवाई जहाज को तैयार रखा गया है।