BCCI के अध्यक्ष बने सौरव गांगुली, खत्म हुआ CoA का शासन
भारतीय क्रिकेट टीम को विश्वस्तर पर एक नई पहचान दिलाने वाले पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष के तौर पर अपना कार्यभार संभाला। इसके साथ ही 33 महीनों से चले आ रहे प्रशासकों की समिति (CoA) के शासन का भी अंत हो गया। बता दें कि CoA को सुप्रीम कोर्ट ने नियु्क्त किया था। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि गांगुली के पदभार संभालते ही CoA का काम खत्म हो जाएगा।
BCCI के 39वें अध्यक्ष बने सौरव गांगुली
निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए हैं सौरव गांगुली
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि BCCI के अध्यक्ष पद के लिए गांगुली निर्विरोध चुने गए हैं। 14 अक्टूबर को उन्होंने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया था, वहीं उनके खिलाफ और कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं हुआ। बुधवार को BCCI के मुख्यालय में हुई वार्षिक आम बैठक गांगुली के अध्यक्ष बनने का औपचारिक ऐलान किया गया। गांगुली का कार्यकाल लगभग 10 महीने का रहेगा। आइये जानते हैं कि गांगुली के साथ कौन-कौन से दिग्गज अब BCCI की कमान संभालेंगे।
ये होगी सौरव गांगुली की नई टीम
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (CAU) के सचिव BCCI के अगले उपाध्यक्ष होंगे। वहीं BCCI के पूर्व अध्यक्ष और वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर के छोटे भाई अरुण सिंह धूमल BCCI के कोषाध्यक्ष बनेंगे। केंद्रीय गृहमंत्री और गुजरात क्रिकेट संघ के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह BCCI के सचिव पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। साथ ही BCCI के पूर्व सचिव निरंजन शाह के बेटे जयदेव शाह BCCI के संयुक्त सचिव होंगे।
65 साल बाद कोई क्रिकेटर बना है BCCI अध्यक्ष
गौरतलब है कि सौरव गांगुली BCCI के 39वें अध्यक्ष बने। BCCI के पिछले 65 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब कोई क्रिकेटर BCCI अध्यक्ष बना है। इससे पहले महाराजा विजयनगरम 1954 से 1956 तक BCCI अध्यक्ष रहे थे।
10 महीने का ही होगा सौरव गांगुली का कार्यकाल
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि BCCI के अध्यक्ष के तौर पर सौरव गांगुली का कार्यकाल सिर्फ 2020 तक ही होगा। गांगुली पांच साल से बंगाल क्रिकेट के अध्यक्ष थे। ऐसे में बोर्ड में 6 साल तक किसी पद पर रहने के बाद उन्हें कूलिंग ऑफ (आराम) दिया जाएगा। गांगुली ने हाल ही में कहा था कि अध्यक्ष बनने के बाद उनकी पहली प्राथमिकता प्रथम श्रेणी के क्रिकेटरों की देखभाल करना होगी।