
अंतरिक्ष स्टेशन क्या होते हैं, ये किस काम आते हैं और अभी कितने स्टेशन हैं?
क्या है खबर?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अंतरिक्ष मिशन गगनयान और 21 अक्टूबर को होने वाले क्रू एस्केप सिस्टम के परीक्षण को लेकर बीते दिन 17 अक्टूबर को समीक्षा बैठक आयोजित की गई थी।
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों से वर्ष 2035 तक भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने को कहा है।
ऐसे में जान लेते हैं अंतरिक्ष स्टेशन क्या होते हैं और ये किस काम आते हैं।
अंतरिक्ष
क्या है अंतरिक्ष स्टेशन?
अंतरिक्ष स्टेशन अंतरिक्ष में स्थापित की गई एक ऐसी स्थायी सुविधा होती है, जिसका उपयोग अंतरिक्ष यात्री अपने निवास स्थान के रूप में करते हैं।
अंतरिक्ष स्टेशन को उसके आकार और वजन के अनुसार कई हिस्सों में धरती से अंतरिक्ष में भेजा जाता है। इन हिस्सों को मॉड्यूल या नोड्स कहा जाता है।
अंतरिक्ष में इन्हीं हिस्सों को आपस में जोड़कर अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण किया जाता है। अंतरिक्ष स्टेशन को लो अर्थ ऑर्बिट में स्थापित किया जाता है।
इस्तेमाल
अंतरिक्ष स्टेशन में होती हैं ये सुविधाएं
अंतरिक्ष से जुड़े वैज्ञानिक प्रयोगों और भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों सहित अन्य गतिविधियों के लिए अंतरिक्ष स्टेशन बहुत जरूरी है। इनमें कमरे, बाथरूम और बिजली आदि की सुविधा होती है। अंतरिक्ष स्टेशन सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा प्राप्त करते हैं।
वैज्ञानिक अंतरिक्ष स्टेशन में रुककर विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोग करते हैं।
अंतरिक्ष स्टेशन में बाहर की तरफ खुलने वाला एयरलॉक सिस्टम भी होता है। इस एयरलॉक के जरिए अंतरिक्ष यात्री स्पेसवॉक पर जा सकते हैं।
पोर्ट
अलग-अलग आकार के हो सकते हैं अंतरिक्ष स्टेशन
अंतरिक्ष स्टेशन में डॉकिंग पोर्ट बना होता है, जिसके जरिए अन्य अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष स्टेशन से जुड़ते हैं।
अंतरिक्ष यात्री अपने अंतरिक्ष यान को इसी डॉकिंग पोर्ट से जोड़कर अंतरिक्ष स्टेशन के भीतर पहुंचते हैं।
अंतरिक्ष स्टेशन में जब नए अंतरिक्ष यात्री पहुंचते हैं तो उसी अंतरिक्ष यान के जरिए वहां पहले से रह रहे अंतरिक्ष यात्री वापस आ जाते हैं।
अंतरिक्ष स्टेशन सुविधा और बजट के मुताबिक, अलग-अलग आकार के हो सकते हैं।
स्टेशन
अभी 2 अंतरिक्ष स्टेशन हैं कार्यरत
अब तक कुल 11 अंतरिक्ष स्टेशनों का निर्माण किया गया, लेकिन वर्तमान में सिर्फ 2 स्टेशन ही कार्यरत हैं।
सोवियत रूस (USSR) ने सोवियत स्पेस प्रोग्राम के तहत 6 अंतरिक्ष स्टेशन लॉन्च किए थे। इसने सबसे पहले वर्ष 1971 में सल्युत नाम का अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित किया।
इसके 2 वर्ष बाद अमेरिका ने 1973 में स्कायलैब नाम से अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित किया।
वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) और चीन का तियांगोंग स्टेशन ही कार्यरत हैं।